लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को प्रांतीय पुलिस सेवा (PPS) के 11 अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। इन अधिकारियों में वे पुलिस उपाधीक्षक भी शामिल हैं जो प्रयागराज महाकुंभ में तैनात थे। सरकार ने इन अधिकारियों को नई तैनातियां दी हैं, जिनमें मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात कुछ अधिकारियों के स्थानांतरण भी शामिल हैं।
तबादले के तहत प्रमुख अधिकारी
नितेश प्रताप सिंह - पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यमंत्री सुरक्षा लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक बिजनौर।
राजीव प्रताप सिंह - पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यमंत्री सुरक्षा लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक हमीरपुर।
अंकित कुमार-1 - पुलिस उपाधीक्षक, सुरक्षा मुख्यालय से पुलिस उपाधीक्षक हरदोई।
आस्था जायसवाल - सहायक पुलिस आयुक्त, कमिश्नरेट आगरा से पुलिस उपाधीक्षक आजमगढ़।
जयेन्द्र नाथ अस्थाना - सहायक पुलिस आयुक्त, कमिश्नरेट लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक हाथरस।
संदीप कुमार वर्मा - पुलिस उपाधीक्षक, कुंभ मेला प्रयागराज से पुलिस उपाधीक्षक कासगंज।
राम कृष्ण चतुर्वेदी - पुलिस उपाधीक्षक, कुंभ मेला प्रयागराज से चित्रकूट के मंडलाधिकारी।
महेन्द्र सिंह देव - पुलिस उपाधीक्षक, कुंभ मेला प्रयागराज से पुलिस उपाधीक्षक अभिसूचना मुख्यालय लखनऊ।
सुशील कुमार सिंह - पुलिस उपाधीक्षक, अभिसूचना मुख्यालय लखनऊ से लखनऊ के मंडलाधिकारी।
डा. कृष्ण गोपाल सिंह - पुलिस उपाधीक्षक, कुंभ मेला प्रयागराज से पुलिस उपाधीक्षक फतेहपुर।
प्रशाली गंगवार - पुलिस उपाधीक्षक, गोरखपुर से सहायक पुलिस आयुक्त, कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर।
इसके अलावा, छह पुलिस उपाधीक्षकों को जिन्होंने प्रांतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षण को पूरा किया है, उन्हें जनपदीय व्यवहारिक प्रशिक्षण के लिए जिलों में तैनात किया गया। ये अधिकारी अब अपने नए कार्यभार संभालेंगे। तैनाती पाने वाले अधिकारियों में शामिल हैं:
पी प्रकाश - पुलिस उपाधीक्षक सिद्धार्थनगर।
अरविन्द सोनकर - पुलिस उपाधीक्षक अयोध्या।
सच्चिदानन्द सिंह - पुलिस उपाधीक्षक मैनपुरी।
प्रगति चौहान - पुलिस उपाधीक्षक पीलीभीत।
कृष्ण कांत त्रिपाठी - पुलिस उपाधीक्षक बांदा।
भूपेश कुमार पांडेय - पुलिस उपाधीक्षक आजमगढ़।
इससे पहले के बदलाव
चार मार्च को देर रात पुलिस विभाग में नौ आईपीएस अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किए गए थे। इनमें आदित्य मिश्रा को डीजी फायर सर्विस का पद दिया गया था और डा. के. एजिलरसन को आइजी यूपी 112 नियुक्त किया गया था। पुलिस कमिश्नरेट में भी कई अधिकारियों के स्थानांतरण किए गए थे।