Stampede In Maha Kumbh 2025: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने जानकारी दी है कि कुंभ मेला में अखाड़ों का अमृत स्नान सुबह 10 बजे से शुरू होगा। इस महत्वपूर्ण स्नान के लिए सभी अखाड़ों की तैयारी पूरी हो चुकी है, और इसके तहत संतों और महंतों का संगम में स्नान किया जाएगा।
अमृत स्नान की तैयारी
कुंभ मेला में अमृत स्नान का विशेष धार्मिक महत्व है, और इसे एक पवित्र अवसर के रूप में देखा जाता है। अखाड़ा परिषद ने स्नान के लिए व्यापक तैयारी की है और सभी अखाड़ों के साधु-संतों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
कुंभ मेला में श्रद्धालुओं की भीड़
कुंभ मेले में अमृत स्नान के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के संगम में स्नान करने की संभावना है। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने भी भीड़ प्रबंधन के लिए सख्त इंतजाम किए हैं।
कुंभ मेला में अमृत स्नान
कुंभ मेला प्राधिकरण की विशेष कार्याधिकारी अकांक्षा राणा ने जानकारी देते हुए कहा, "संगम नोज पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस घटना में कुछ लोग घायल हुए हैं, लेकिन कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं है। घायलों का इलाज चल रहा है।"
घटना की जानकारी और सुरक्षा व्यवस्था
इस भगदड़ की घटना के बाद कुंभ मेला की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तुरंत कदम उठाए और स्थिति को सामान्य किया। घायलों को नजदीकी मेडिकल कैंप में इलाज के लिए भेजा गया है, और सभी की स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
कुंभ मेला जैसे बड़े आयोजन
कुंभ मेला जैसे बड़े आयोजन में भारी भीड़ की वजह से सुरक्षा व्यवस्था में हमेशा सतर्कता बरतनी पड़ती है। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई कर स्थिति को संभाल लिया, और घायलों को उचित इलाज मुहैया कराया जा रहा है।