N4N DESK - बेटी के लिए सरकारी नौकरीवाला दामाद खोजना एक पिता को तब भारी पड़ गया, जब बारात लगने के कुछ देर बाद दूल्हे और उसके परिवार ने दुल्हन के परिवार के सामने आठ लाख रुपए की डिमांड कर दी। शादी वाले दिन इतनी बड़ी रकम की मांग सुनकर दुल्हन का परिवार भी हैरान रह गया। उन्होंने पैसे देन में असमर्थता जाहिर की। जिसके बाद दोनों पक्ष के लोग आपस में भिड़ गए। जिसमें दुल्हन के पिता और भाई चोटिल हो गए। वहीं अपनी शादी के दिन हुई घटना लड़की की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह पूरी घटना प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र की है। मारपीट की घटना के बाद दूल्हा पक्ष भी बिना दुल्हन बारात लेकर वापस लौट गया। मामले में दुल्हन के रेलकर्मी पिता ने धूमनगंज थाने में दूल्हा के पिता सहित कई अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
दुल्हन भी करती है नौकरी, दूल्हा के पास सरकार नौकरी
कालिंदीपुरम निवासी राजनारायण वर्मा उत्तर मध्य रेलवे में कर्मचारी हैं। उनकी बेटी नौकरी करती है, जिसकी शादी उन्होंने हरवारा निवासी अवध नारायण के बेटे चंद्रभूषण से तय हुई थी। चंद्रभूषण भी सरकारी नौकरी करता है। तीन दिसंबर को रेलगांव स्थित गेस्ट हाउस से शादी होनी थी। रात को बरात गेस्ट हाउस पर आई तो रीति-रिवाज के अनुसार बरातियों का स्वागत किया गया।
राजनारायण का आरोप है कि उन्होंने तिलक में ढाई लाख रुपये नकद और क्षमता के अनुसार दहेज दिया था। इसी बीच लड़के के पिता अवध नारायण, उनका छोटा दामाद व कई रिश्तेदार आकर बोले कि दहेज में आठ लाख रुपये और चाहिए तभी विवाह का कार्यक्रम आगे बढ़ेगा।
विरोध पर कुछ बरातियों ने राजनारायण, उनके बेटे, छोटी बेटी, भतीजों को पीटने लगे। इससे गेस्ट हाउस में अफरातफरी मच गई। रिश्तेदारों ने बीच बचाव करते हुए पुलिस को सूचना दी।
वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया। लेकिन पुलिस के जाते ही लड़का पक्ष फिर से गाली-गलौज करने लगा, जिससे उनकी बेटी को सदमा लग गया और अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इसी बीच अवध नारायण शादी में मिले व्यवहार को जबरन लेकर बिना शादी किए वापस लौट गए।