UP NEWS: लखनऊ में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 20 दिनों के भीतर 1062 नए संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं, जिससे शहर के अस्पतालों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। डेंगू से होने वाली मौतों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है। हाल ही में गोमती नगर, वास्तु खंड की 84 वर्षीय महिला, कमलेश, की इलाज के दौरान मौत हो गई। कमलेश बलरामपुर अस्पताल में भर्ती थीं, जहां डेंगू शॉक सिंड्रोम की स्थिति में पहुंचने के बाद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
डेंगू से लगातार हो रही मौतें कमलेश की मौत के अलावा, फैजुल्लागंज की सामंती और 18 वर्षीय श्रेयांश की भी डेंगू के कारण मौत हो चुकी है। 26 सितंबर को 40 वर्षीय व्यवसायी विशाल गुप्ता की भी डेंगू के कारण मृत्यु हो गई।
डेंगू के बढ़ते मामले रविवार को लखनऊ में डेंगू के 64 नए मरीज मिले, जिससे इस साल अब तक संक्रमितों की संख्या 1492 हो गई है। प्रशासन ने मच्छरों के पनपने की स्थिति का जायजा लेने के लिए 1098 घरों का निरीक्षण किया, जिसमें 5 घरों में लार्वा मिलने पर नोटिस जारी किए गए।
प्रभावित क्षेत्र सीएमओ कार्यालय के अनुसार, शहर के विभिन्न क्षेत्रों में डेंगू के मामले सामने आए हैं। सिल्वर जुबली, इंदिरा नगर, चंदर नगर, अलीगंज, एनके रोड, रेड क्रॉस, सरोजनी नगर, ऐशबाग, टूडियागंज, गोसाईंगंज, मोहनलालगंज और काकोरी जैसे क्षेत्रों में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
विशेषज्ञों की सलाह KGMU के इंफेक्टियस रोग प्रभारी डॉ. हिमांशु के अनुसार, डेंगू उन लोगों के लिए घातक साबित हो रहा है जिनकी इम्युनिटी कमजोर है। कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि डेंगू के इलाज में टेस्टिंग, उपचार और मॉनिटरिंग बेहद जरूरी हैं, और इस बीमारी को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही खतरनाक हो सकती है।
सावधानी और रोकथाम लखनऊ में डेंगू के मामलों में वृद्धि को देखते हुए शहरवासियों से अपील की जा रही है कि वे अपने आस-पास साफ-सफाई रखें, मच्छरों के पनपने से रोकने के लिए पानी इकट्ठा न होने दें, और समय पर जांच कराएं।