Bakrid 2025 -बकरीद पर नहीं देंगे किसी जानवर की कुर्बानी, 99 परसेंट मुस्लिम आबादी वाले देश ने लिया फैसला
Bakrid 2025 - बकरीद पर किसी जानवर की कुर्बानी नही दी जाएगी। मुस्लिम आबादी वाले देश में यह फैसला लिया गया है। जिसके बाद जानवरों को पकड़ने के लिए छापेमारी शुरू हो गई है।

N4N Desk - आगामी 6 और 7 तारीख को को ईद-अल-अजहा यानी बकरीद मनाई जाएगी। इस दिन इस्लाम को मानने वाले बकरे या किसी और जानवर की कुर्बानी देते हैं, लेकिन सोशल मीडिया के आने के बाद कई देशों में इस पर बैन की मांग होती रही है। अब 99 परसेंट मुस्लिम आबादी वाले इस्लामिक मुल्क मोरक्को ने कुर्बानी को लेकर सख्त आदेश दिए हैं कि कोई भी नागरिक ईद पर बकरे या किसी और जानवर की कुर्बानी नहीं देगा, जिसके बाद पूरे देश में बकरे ढूंढने के लिए छापेमारी चल रही है।
मोरक्को के राजा ने जारी किया फरमान
बकरीद पर जानवरों की कुर्बानी पर रोक लगाने का फैसला मोरक्को के राजा मोहम्मद-VI के द्वारा लिया गया है। उनके आदेश के बाद सुरक्षाबलों ने कई शहरों में कुर्बानी रोकने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
क्यों लिया कुर्बानी पर रोक का फैसला?
बताया जा रहा है कि मोहम्मद-VI ने भयंकर सूखे के चलते कम हो रही पशुओं की संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया है। राजा ने कहा है कि इस हफ्ते आ रहे बकरीद के त्योहार को लोग इबादत और दान करके मनाएं और कुर्बानी से बचें। राजा के इस फैसले के बाद अधिकारियों ने जानवरों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है और चोरी छिपे कुर्बानी के लिए लाई गई भेड़ों को घरों से ही जब्त कर लिया गया है।
देश में आक्रोश की स्थिति
सरकार की इन कार्रवाइयों से लोग बहुत नाराज हैं और विरोध प्रदर्शन में सड़कों पर उतर आए हैं।शाही फरमान से लोगों में बहुत गुस्सा है क्योंकि इस्लाम में बकरीद के दिन कुर्बानी देने का बहुत महत्व बताया गया है। इसका मकसद अल्लाह की राह में उस चीज की कुर्बानी के महत्व को समझना है, जो आपको प्यारी हो. बकरीद मुसलमानों को अपना कर्तव्य निभाने और अल्लाह पर विश्वास रखने का पैगाम देती है.
मुस्लिम देशों से नहीं मिला समर्थन
जहां मोरक्को के राजा के इस फैसले के कुछ लोग सहमत हैं और आर्थिक और स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए फैसले का बचाव कर रहे हैं, वहीं कई मुस्लिम देशों ने इस पर आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने इसको खतरनाक मिसाल बताया है. उनका ये भी कहना है कि धार्मिक रीति-रिवाजों में सरकार दखल दे रही है।