RAILWAY NEWS - बिहार में इंजन से दबकर रेलकर्मी की मौत का मुद्दा राज्यसभा में उठा, जानिए रेल मंत्री ने क्या दिया जवाब
RAILWAY NEWS - बरौनी में इंजन और बोगी के बीच फंसकर अपनी जान गंवानेवाले रेलकर्मी को लेकर संसद में रेल मंत्री ने जवाब दिया। उन्होंने बताया कि कर्मी की मौत की जांच कराई गई थी जिसमें ट्रेन में किसी प्रकार की गड़बड़ी सामने नहीं आई है।
NEW DELHI - बरौनी में पिछले माह इंजन और बोगी की बीच दबकर अपनी जान गंवानेवाले रेलकर्मी को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में अपनी सफाई दी है। रेल मंत्री ने संसद को बताया कि रेलकर्मी की मौत लापरवाही के कारण हुई है। इस बात की जानकारी उन्होंने राज्यसभा में दी
उन्होंने संसद को बताया कि इस घटना का जांच कराई गई थी। जिसमें यह बात सामने आई कि यह दुर्घटना कपलिंग या अनकपलिंग के कारण नहीं, बल्कि पूर्व मध्य रेलवे में रेलवे कर्मचारियों के बीच गलतफहमी के कारण हुई थी।
बता दे कि बीते नौ नबंवर को 15204 लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस बरौनी जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर पांच पर आई थी। ट्रेन को शंटिंग में ले जाने के लिए इंजन बदला जाना था। इंजन को बदलने के लिए शंटिंग मैन अमर कुमार राउत इंजन और बोगी के बीच पहुंचे। वे कपलिंग खोल रहे थे। इसके बाद शंटिंग इंजन लगाकर वॉशिंग पीट पर ले जाया जाता। इंजन बैक करने के दौरान वह दब गए। मौके पर ही मौत हो गई। प्लेटफार्म पर मौजूद लोगों ने शोर किया तो ड्राइवर इंजन को आगे करने के बदले इंजन छोड़कर भाग गया।
वेटिंग लिस्ट वालों के राहत नहीं
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस दौरान वेटिंग लिस्ट के यात्रियों को सफर करने के लिए छूट देने के प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि प्रतीक्षा सूची वाले यात्री ट्रेनों के आरक्षित कोचों में यात्रा नहीं कर सकते। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, अनारक्षित कोचों में यात्रा करने वाले या अनाधिकृत रूप से आरक्षित कोचों में यात्रा करने वाले प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों का विवरण नहीं रखा जाता है।
कटिहार में कंचनजंगा ट्रेन हादसे पर दिया जवाब
रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त की जांच रिपोर्ट के अनुसार 17 जून की कंचनजंगा ट्रेन दुर्घटना ट्रेन संचालन में चूक के कारण हुई थी। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार डिवीजन के रंगपानी-चटरहाट ब्लाक में कंचनजंगा एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकरा गई थी। दुर्घटना की जांच मुख्य रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने की। दुर्घटना की जांच रिपोर्ट मिल गई है। रिपोर्ट में इस दुर्घटना को ट्रेन संचालन में त्रुटि' की श्रेणी में रखा गया है।
 
                 
                 
                 
                 
                 
                                         
                                         
                     
                     
                     
                    