Bhagalpur Airport: सुल्तानगंज एयरपोर्ट के निर्माण में फंसा पेंच,अधिकारियों ने लिख कर ऊपर भेजा..अब क्या होगा

सुल्तानगंज में प्रस्तावित हवाई अड्डे का निर्माण क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण है। विद्युत लाइन और अन्य बुनियादी ढांचे से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट निर्माण प्रक्रिया को सुचारू और सुरक्षित बनाएगी।

सुल्तानगंज एयरपोर्ट के निर्माण में फंसा पेंच- फोटो : freepik

Bhagalpur Airport: सुल्तानगंज में प्रस्तावित नए हवाई अड्डा के निर्माण हेतु चिह्नित भूमि पर विद्युत से संबंधित आवश्यक रिपोर्ट तैयार की जा रही है। सहायक विद्युत अभियंता द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार:

11 केवी गनगनिया फीडर (कृषि)

लंबाई: 6 किलोमीटर

पोल की लंबाई: 8-9 मीटर

एलटी लाइन: 7 किलोमीटर

11 केवी असरगंज फीडर (कृषि)

लंबाई: 4 किलोमीटर

पोल की लंबाई: 8-9 मीटर

एलटी लाइन: 6 किलोमीटर

132 केवीए डबल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन (हवेली खड़गपुर-सुल्तानगंज):

लंबाई: 1 किलोमीटर

टावर की ऊंचाई: 30 मीटर

132 केवीए सिंगल सर्किट ट्रांसमिशन लाइन (सुल्तानगंज-तारापुर):

लंबाई: 1 किलोमीटर

टावर की ऊंचाई: 30 मीटर

400 केवीए एनटीपीसी ट्रांसमिशन लाइन:

लंबाई: 1 किलोमीटर

टावर की ऊंचाई: 40 मीटर

हवाई अड्डा निर्माण प्रक्रिया


योजना और अध्ययन

हवाई अड्डे के लिए उपयुक्त स्थल का चयन किया जाना। हवाई अड्डे की आवश्यकता, व्यावसायिक व्यवहार्यता, और पर्यावरणीय प्रभाव का विश्लेषण।

प्रारंभिक योजना:

रनवे, टर्मिनल, और अन्य बुनियादी ढांचे का प्रारंभिक खाका।

अनुमति और मंजूरी

परियोजना के लिए संबंधित सरकारी विभागों से अनुमति प्राप्त करना।

पर्यावरणीय मंजूरी:

पर्यावरणीय प्रभावों का मूल्यांकन कर आवश्यक अनुमतियां लेना।

नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की मंजूरी:

संचालन और निर्माण से संबंधित मंजूरी।