PM मोदी की राह चला छत्तीसगढ़ का यह चायवाला, दिग्गज नेताओं को पछाड़कर बन गया मेयर
छत्तीसगढ में नगर निकाय चुनाव में पीएम मोदी की राह पर चलते हुए एक चायवाला नगर निगम का मेयर चुना गया है। नगर की जनता ने भारी मतों से उन्हें महापौर की जिम्मेदारी सौंपी है। जीत पर विधायक ने इसे ऐतिहासिक पल बताया है।
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N4N DESK - केंद्र में एक चायवाला को देश की कमान सौंपी गई है। वहीं अब एक और चायवाला राजनीति में नई कामयाबी पर पहुंचते हुए नगर निगम का मेयर बनने में कामयाब हुआ है। जनता ने भारी मतों से चायवाले को नगर का नया महापौर चुना है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ में नगर निकाय चुनाव के परिणाम आ गए है। जिसमें रायगढ़ नगर निगम से भाजपा ने महापौर के लिए एक चायवाले जीववर्धन चौहान को अपना उम्मीदवार बनाया था। प्रदेश में भाजपा की सरकार होने का फायदा और स्थानीय भाजपा विधायक का पूरा सपोर्ट मिलने से जीववर्धन चौहान की जीतने की संभावना अधिक थी। आज चुनाव परिणाम आया तो साफ नजर आया। मौजूदा मेयर व कांग्रेस प्रत्याशी जानकी काटजू को जीववर्धन चौहान ने भारी मतों से हरा दिया।
34 हजार वोटों से हराया
जीववर्धन चौहान ने कांग्रेस की जानकी काटजू को 34 हजार वोटों से हराया है। वहीं 33 वार्डों में बीजेपी को जीत मिली है। 12 वार्डों में कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया है। वहीं एक वार्ड में बसपा प्रत्याशी ने जीत हासिल की है। 2 सीट निर्दलीय को मिली है। उनकी जीत पर रायगढ़ विधायक व प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि यह भाजपा की जीत, जीववर्धन की जीत ऐतिहासिक है। भाजपा को कई जगह जीत मिली है।
ठेले पर पिता के साथ बेचते थे चाय
भाजपा ने चाय बेचने वाले जीववर्धन चौहान को जनवरी में मेयर पद के लिए अपना आधिकारिक उम्मीदवार घोषित किया था। चौहान 1996 से भाजपा के सदस्य हैं और तीन दशकों से जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। 6 जनवरी 1979 को जन्मे चौहान, स्वर्गीय किशोरी लाल चौहान के बेटे हैं। उन्होंने अपना करियर माल धक्का के पास एक ठेले पर चाय और पान बेचकर शुरू किया था। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे हैं, जहां उन्होंने समाज सेवा के मूल्यों को आत्मसात किया
कई पदों पर रह चुके हैं चौहान
चौहान ने एएनआई से कहा, 'जब मुझे यह जानकारी मिली कि एक चाय बेचने वाले को रायगढ़ मेयर पद का उम्मीदवार बनाया गया है, तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ। मैं लंबे समय से संघ से जुड़ा हुआ हूं। मैं अपनी खुशी को रोक नहीं पा रहा हूं। मैं संघ, भाजपा और विधायक ओपी चौधरी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मुझ जैसे गरीब व्यक्ति को यह मौका दिया है।'
2005 में बनाया गया नगर मंत्री
चौहान पूर्व जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल के मार्गदर्शन में भाजपा में शामिल हुए थे। पिछले कुछ सालों में वे विभिन्न अहम पदों पर रहे, लेकिन उन्होंने कभी भी 'चायवाले' का अपना पेशा नहीं छोड़ा। भाजपा में शामिल होने के बाद चौहान 1998 में वार्ड अध्यक्ष बने और 2004 में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की नगर कार्यकारिणी में शामिल हुए।
2005 में उन्हें नगर मंत्री बनाया गया, इसके बाद भाजयुमो नगर इकाई के उपाध्यक्ष पद पर उनकी नियुक्ति हुई। 2008 में वे भाजयुमो के नगर महामंत्री बने और 2011 में उन्हें नगर अध्यक्ष बनाया गया। जूट मिल क्षेत्र में भाजपा की जड़ें मजबूत करने वाले चौहान ने 2019 से 2024 तक लोकसभा, विधानसभा और नगर निगम चुनाव में शक्ति केंद्र कॉर्डिनेटर के रूप में सक्रिय भूमिका निभाई।