ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी में अहम भूमिका निभानेवाले आईपीएस को मोदी सरकार ने दिया बड़ा इनाम, इस जांच एजेंसी का बनाया चीफ

ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी में महत्वपूर्ण भूमिका निभानेवाले आईपीएस पर मोदी सरकार ने भरोसा जताते हुुए उन्हें देश की बड़ी खुफिया एजेंसी का हेड नियुक्त किया है।

New delhi - पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी में अहम भूमिका निभानेवाले 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी पराग जैन पर मोदी सरकार ने भरोसा जताते हुए बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।

मोदी सरकार ने उन्हें रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R-AW) का नया प्रमुख नियुक्त किया है। वे रवि सिन्हा की जगह लेंगे। रवि सिन्हा सोमवार को अवकाश ग्रहण कर रहे है। जिसके बाद दो साल के लिए पराग रॉ के नए मुखिया होंगे। वे 1 जुलाई 2025 तक के निश्चित कार्यकाल के लिए यह पदभार ग्रहण करेंगे।

एविएशन रिसर्च सेंटर में कर रहे काम

पराग जैन वर्तमान में एविएशन रिसर्च सेंटर का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तानी सशस्त्र बलों और आतंकी शिविरों के ठिकानों के बारे में खुफिया जानकारी एकत्र करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिसके कारण भारतीय मिसाइलों  को हमले के लिए सटीक लोकेशन  मिला था। 

सुपर जासुस के रूप में पहचान

पावर कॉरिडोर और खुफिया हलकों में 'सुपर जासूस' के रूप में चर्चा में रहने वाले पराग जैन अपने साथ RAW में इंसान आधारित खुफिया इंटेलिजेंस (HUMINT) और तकनीक आधारित खुफिया इंटेलिजेंस (TECHINT) का अनुभव लेकर आ रहे हैं।

वे अपने कामकाज के दौरान दोनों इंटेलिजेंस को बेहद प्रभावी तरीके से मिक्स कर चुके हैं और इसका उपयोग कर चुके हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह संयोजन कई हाई स्टेक वाले ऑपरेशनों के लिए महत्वपूर्ण रहा है

जम्मू कश्मीर में काम आएगा अनुभव

भारत के सबसे चुनौतीपूर्ण सुरक्षा थिएटरों में से एक जम्मू और कश्मीर में जमीनी स्तर पर जैन का व्यापक अनुभव भी उनके पक्ष में जाएगा. अस्थिर वैश्विक माहौल में उनके अनुभव पराग जैन के काफी काम आएंगे