बिहार में मतदाताओं सूची के पुनरीक्षण के खिलाफ संसद में हंगामा, दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित, विपक्ष का बड़ा आरोप

विपक्षी सदस्यों ने बिहार में एसआईआर को मतदाताओं के खिलाफ एक बड़ी साजिश करार दिया. सदन के बाहर और अंदर दोनों जगहों पर विपक्ष का विरोध देखा गया जिसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.

Opposition MP protest at parliament- फोटो : news4nation

Bihar News: बिहार में चल रहे मतदाताओं सूची के पुनरीक्षण (एसआईआर) सहित ऑपरेशन सिंदूर और अन्य मुद्दों को लेकर मंगलवार को संसद के दोनों सदनों के विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विपक्षी सदस्यों ने बिहार में एसआईआर को मतदाताओं के खिलाफ एक बड़ी साजिश करार दिया. सदन के बाहर और अंदर दोनों जगहों पर विपक्ष का आक्रामक रुख रहा. यहां तक कि सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद भी हंगामा जारी रहा. इस दौरान दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.


वहीं दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने के पहले इंडियागठबंधन नेताओं ने बैठक की. विपक्ष के दोनों सदनों के सदन नेताओं की संसद भवन परिसर में बैठक हुई जिसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद रहे. सूत्रों के अनुसार, बैठक में यह निर्णय लिया गया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को लोकसभा में बोलने की अनुमति दी जाए।  इंडिया गठबंधन ने दोनों सदनों में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का मुद्दा उठाने का फैसला किया है.


वहीं भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा, "विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा होगी। विपक्ष को सदन चलने देना चाहिए। आज सभी प्रश्न किसानों के मुद्दों पर सूचीबद्ध हैं। लोकसभा के विपक्ष के नेता राहुल गांधी को सदन की परंपराओं का ज्ञान होना चाहिए। राहुल गांधी चर्चा नहीं चाहते; कांग्रेस पार्टी के नेता वेल में आकर हंगामा करना चाहते हैं।"


इतना ही नहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफा देने के मामले को लेकर भी विपक्ष के नेताओं में चर्चा हुई. जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति पद से दिया गया इस्तीफा मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया. जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति का पद खाली हो गया है. सोमवार शाम अचानक से जगदीप धनकड़ ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था. वहीं उनके इस्तीफा देने के अगले दिन ही राष्ट्रपति ने उसे स्वीकार कर लिया जिसके बाद अब नए उपराष्ट्रपति के नाम की चर्चा में देश के कई नेताओं के नाम सुर्खियों में हैं.