Sam Pitroda: जमीन हड़पने के मामले में फंसे सैम पित्रोदा ! 150 करोड़ की जमीन पर कब्जा का आरोप, भाजपा ने ईडी में दर्ज करायी शिकायत

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा द्वारा संचालित ट्रस्ट पर वैध पट्टे के बिना वन भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगाया गया है।

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फिर फंसे सैम पित्रोदा- फोटो : social Media

Sam Pitroda: सोनिया गांधी और राहुल गांधी के करीबी माने सैम पित्रोदा का विवादों से चोली दामन का संबंध रहा है। अब पित्रोदा बेंगलुरु में 150 करोड़ रुपये के जमीन घोटाले के मामले में घिरे हैं। इस मामले में शिकायत कर्नाटक लोकायुक्त और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में दर्ज कराई गई है। वरिष्ठ भाजपा नेता एनआर रमेश ने इस संबंध में दस्तावेज प्रस्तुत किए हैं, जिसमें आरोप लगाया गया है कि पित्रोदा कर्नाटक वन विभाग की भूमि से जुड़े एक बड़े घोटाले में शामिल हैं।इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा द्वारा संचालित ट्रस्ट पर वैध पट्टे के बिना वन भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगाया गया है।

आरोप है कि सैम पित्रोदा को 1996 में कर्नाटक वन विभाग से चिकित्सीय पौधों के संरक्षण और शोध के लिए आरक्षित वन भूमि पर पांच हेक्टेयर जमीन पट्टे पर दी गई थी। यह पट्टा केंद्रीय वन, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण मंत्री द्वारा भी स्वीकृत किया गया था। हालांकि, 2001 में यह पट्टा समाप्त हो गया था, लेकिन इसे 2011 तक बढ़ा दिया गया था। रमेश का कहना है कि तब से अब तक 14 वर्ष बीत चुके हैं और वन विभाग ने पट्टे का नवीनीकरण नहीं किया है।

शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि पित्रोदा ने कथित रूप से रिश्वत देकर कोई कार्रवाई नहीं होने दी और केंद्र सरकार को भी इस मामले की जानकारी नहीं दी। इसके परिणामस्वरूप, उनके संगठन ने सरकारी जमीन पर उगाए गए चिकित्सीय पौधों को बेचकर सालाना करोड़ों रुपये कमाए हैं।

इस शिकायत में अन्य कई अधिकारियों का नाम भी शामिल किया गया है, जिनमें कर्नाटक के वन एवं पर्यावरण विभाग के पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव जावेद अख्तर, वनों के प्रधान मुख्य संरक्षक आरके सिंह, संजय मोहन और बेंगलुरु शहरी क्षेत्र के उप वन संरक्षक एन रविंद्र कुमार तथा एसएस रविशंकर शामिल हैं। इन सभी पर फर्जीवाड़ा, भ्रष्टाचार, सरकारी जमीन का अवैध अधिग्रहण और सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया है।



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