बिना ड्राइवर, बिना रिमोट... फैक्ट्री से खुद चलकर खरीदार के घर पहुंची कार, दुनिया में पहली बार हुआ ये चमत्कार

दुनिया ने अब वो देख लिया है, जो अब तक सिर्फ साइंस फिक्शन फिल्मों का हिस्सा था। एक अभूतपूर्व घटना में, एक कार ने बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप या रिमोट कंट्रोल के, सीधे फैक्ट्री से निकलकर अपने खरीदार के घर तक की यात्रा पूरी की।...

फैक्ट्री से खुद चलकर खरीदार के घर पहुंची कार- फोटो : social Media

दुनिया ने अब वो देख लिया है, जो अब तक सिर्फ साइंस फिक्शन फिल्मों का हिस्सा था। एक अभूतपूर्व घटना में, टेस्ला की एक कार ने बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप या रिमोट कंट्रोल के, सीधे फैक्ट्री से निकलकर अपने खरीदार के घर तक की यात्रा पूरी की। यह न केवल एक तकनीकी चमत्कार है, बल्कि ड्राइविंग और लॉजिस्टिक्स के भविष्य की एक स्पष्ट झलक भी है।

यह ऐतिहासिक घटना 27 जून को घटी, जो एलन मस्क के जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले था। टेस्ला ने अपनी पहली फुली ऑटोनामस (पूर्ण स्वायत्त) कार 'मॉडल Y' को टेक्सास में सफलतापूर्वक डिलीवर किया। यह डिलीवरी सिर्फ एक कार की आवाजाही नहीं थी, बल्कि मानव इतिहास में परिवहन के तरीके को बदलने की दिशा में एक विशाल छलांग थी।

यह कार मात्र 30 मिनट में फैक्ट्री से घर तक पहुंच गई। इस अविश्वसनीय यात्रा के दौरान, कार ने न केवल हाईवे को बखूबी नेविगेट किया, बल्कि शहर की जटिल सड़कों और ट्रैफिक सिग्नल्स को भी पूरी तरह से स्वायत्त रूप से पार किया।

टेस्ला के AI और ऑटोपायलट प्रमुख अशोक एलुस्वामी के अनुसार, इस डिलीवरी के दौरान कार की अधिकतम रफ्तार 116 किमी/घंटा (72 मील प्रति घंटा) तक पहुंची। सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि इस पूरी प्रक्रिया में न तो कोई व्यक्ति कार में बैठा था और न ही उसे किसी रिमोट से संचालित किया गया।

यह कार मॉडल Y है, जिसे पहली बार मार्च 2019 में लॉन्च किया गया था। अब इसे अत्याधुनिक अपडेट्स के साथ पूर्ण स्वायत्त क्षमताओं से लैस किया गया है। इसकी कीमत 40,000 डॉलर (लगभग 34 लाख रुपये) से शुरू होकर, 60,000 डॉलर (लगभग 51 लाख रुपये) तक जाती है। मॉडल Y तीन मुख्य वेरिएंट्स में आता है: रियर व्हील ड्राइव, लॉन्ग रेंज, और परफॉर्मेंस (जिसे अब फुली ऑटोनामस बनाया गया है)।

एलन मस्क ने इस असाधारण तकनीकी छलांग को “मनुष्य और मशीन के रिश्ते का नया युग” बताया है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि कैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता और वाहन प्रौद्योगिकी मिलकर हमारे जीवन को बदलने की क्षमता रखती हैं।

अब सवाल यह है – क्या हम एक ऐसी दुनिया के लिए तैयार हैं, जहां कार खुद आएगी, खुद चलेगी और खुद पार्क भी होगी? टेस्ला ने भविष्य का दरवाज़ा खोल दिया है... और अब पीछे लौटना मुमकिन नहीं लगता।