Honeymoon Murder Case: इश्क़, इबादत या इबलीसी मंसूबा?—रघुवंशी क़त्ल में तंत्र, तिलिस्म और ‘नरबलि’ का सनसनीख़ेज़ इल्ज़ाम

Honeymoon Murder Case:राजा रघुवंशी हत्याकांड एक आम क़त्ल नहीं, बल्कि एक रूह को कंपा देने वाली साज़िश की दास्तान बनता जा रहा है। हर रोज़, तह दर तह परतें खुल रही हैं और हक़ीक़त की तस्वीर और भी खौफ़नाक होती जा रही है।....

इश्क़, इबादत या इबलीसी मंसूबा?- फोटो : social Media

Honeymoon Murder Case:राजा रघुवंशी हत्याकांड एक आम क़त्ल नहीं, बल्कि एक रूह को कंपा देने वाली साज़िश की दास्तान बनता जा रहा है। हर रोज़, तह दर तह परतें खुल रही हैं और हक़ीक़त की तस्वीर और भी खौफ़नाक होती जा रही है।

आरोपों के घेरे में खड़ी है—सोनम रघुवंशी—जिस पर न सिर्फ़ अपने शौहर का क़त्ल करने का इल्ज़ाम है, बल्कि उस पर अब काला जादू और नरबलि जैसे वहशियाना आरोप भी लग चुके हैं।

मरहूम राजा रघुवंशी के वालिद, देवीलाल रघुवंशी ने मीडिया के सामने आकर फफकते हुए जो इल्ज़ाम लगाए, वो इंसानी सोच को झिंझोड़ देने वाले हैं। उनके मुताबिक़, सोनम तंत्र-मंत्र और तिलिस्मी क्रियाओं में दिलचस्पी रखती थी। देवीलाल का दावा है कि मंगनी के बाद सोनम ने उनके घर के दरवाज़े पर एक काली पोटली टांगी थी—बातों में तो कहा गया कि यह घर को "बुरी नज़र" से बचाएगी, मगर अब शक है कि ये जादुई जाल का हिस्सा थी।

सबसे हैरतअंगेज़ बात यह है कि राजा की मौत के बाद वही पोटली रहस्यमयी तौर पर ग़ायब हो गई। देवीलाल रघुवंशी का कहना है कि यह सब कुछ एक तयशुदा प्लानिंग के तहत हुआ—राजा को तिलिस्मी गिरफ्त में लेकर मौत के हवाले कर दिया गया।

मामले को और संगीन बनाते हैं राजा के भाई सचिन रघुवंशी के बयान, जो इसे महज़ क़त्ल नहीं, बल्कि ‘नरबलि’ करार देते हैं। सचिन का इल्ज़ाम है कि सोनम ने अपने 60 वर्षीय पिता की सेहत सुधारने के लिए राजा की बलि दी। उनका दावा है कि सोनम के पिता को पहले दो बार दिल का दौरा पड़ा था, लेकिन अब वे चमत्कारी तौर पर बिल्कुल सेहतमंद हैं।सचिन ने तो यहां तक कहा कि सोनम और उसके खानदान के रिश्ते कुछ तांत्रिकों और ओझाओं से थे, जिनके कहने पर ये अमल किया गया।

फिलहाल, सोनम रघुवंशी या उसके परिजनों की जानिब से इन संगीन इल्ज़ामात पर कोई वज़ाहत या जवाब सामने नहीं आया है। लेकिन रघुवंशी परिवार का यह दावा, कि उनका बेटा एक तिलिस्मी चाल और ‘इबलीसी मंसूबे’ का शिकार हुआ, अब पुलिस के लिए भी जाँच की दिशा बदलने का सबब बन गया है।

यह मामला अब महज़ एक शादीशुदा रिश्ते में खटास या घरेलू रंजिश का नहीं, बल्कि जादू-टोना, तंत्र-मंत्र और एक ख़ौफ़नाक क़ुर्बानी की आशंका का संगीन संगम बन चुका है।