थावे मंदिर चोरी का भोजपुर कनेक्शन: रानीसागर में इंजमामुल ने यहाँ बना रखा था ठिकाना

थावे मंदिर परिसर से 17 दिसंबर को हुई चोरी मामले के मुख्य आरोपी का एनकाउंटर कर जख्मी हालत में गिरफ्तार कर लिया है।आरोपी पूर्वी चंपारण जिले के इजमामुल आलम के रूप में हुई है।घटना के बाद भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के रानीसागर गांव में रह रहा था

गोपालगंज थावे मंदिर चोरी कांड: भोजपुर से जुड़ा आरोपी का कनेक्शन - फोटो : NEWS 4 NATION

बिहार के गोपालगंज जिले के सुप्रसिद्ध थावे भवानी मंदिर में हुई भीषण चोरी की घटना की आंच अब भोजपुर जिले तक पहुँच गई है। इस चर्चित मामले में पुलिस ने दूसरे आरोपी, इंजमामुल अंसारी को भोजपुर जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के रानीसागर गांव से गिरफ्तार किया है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसे गोपालगंज ले जाया गया, जहाँ पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में उसका एनकाउंटर हुआ है। फिलहाल आरोपी का इलाज गोपालगंज के अस्पताल में चल रहा है।

मोतिहारी पुलिस के इनपुट पर थावे मंदिर कांड का खुलासा, आरोपी का हाफ एनकाउंटर

 इस सफलता के पीछे मोतिहारी पुलिस का अहम योगदान रहा। मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात और पकड़ीदयाल डीएसपी चंदन कुमार ने वैज्ञानिक अनुसंधान और सीडीआर (CDR) के जरिए शातिर अपराधी की पहचान कर गोपालगंज पुलिस को सटीक इनपुट दिया। इसी सूचना के आधार पर गोपालगंज पुलिस ने छापेमारी की, जहां मुठभेड़ के दौरान शातिर अपराधी इंजमामुल अंसारी का 'हाफ एनकाउंटर' किया गया। पुलिस ने उसके पास से मंदिर से चोरी हुए कई कीमती जेवरात भी बरामद कर लिए हैं।

अपराध का भोजपुर कनेक्शन और तार चोरी से खुला मंदिर का राज

आरोपी इंजमामुल अंसारी मूल रूप से मोतिहारी के गोविंदगंज का रहने वाला है, लेकिन वह पिछले 10 वर्षों से अपना घर छोड़कर ननिहाल और भोजपुर के शाहपुर में रह रहा था। जांच में सामने आया कि वह बड़ी घटनाओं को अंजाम देने के बाद बक्सर में अपनी प्रेमिका के घर शरण लेता था। मंदिर चोरी का सुराग तब मिला जब मोतिहारी पुलिस चकिया क्षेत्र में हुई बिजली तार चोरी के मामले की जांच कर रही थी। जांच के दौरान डीएसपी चंदन कुमार ने सीसीटीवी फुटेज और वैज्ञानिक साक्ष्यों का मिलान किया, जिससे पुष्टि हुई कि तार चोरी करने वाले गिरोह ने ही थावे मंदिर में भी हाथ साफ किया था।

अपराधिक इतिहास

गिरफ्तार इंजमामुल का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है और वह पहले भी आर्म्स एक्ट के मामले में गोपालगंज से जेल जा चुका है। उसके पिता अनवर मियां 10 साल पहले पारिवारिक विवाद के कारण गांव छोड़कर चले गए थे। ससुराल से मिली पिकअप बेचकर भागने और अलग-अलग शहरों में पहचान छुपाकर रहने वाले इस परिवार पर पुलिस की पैनी नजर है। मोतिहारी एसपी के अनुसार, आरोपी पर करीब एक दर्जन मामले दर्ज होने की संभावना है। फिलहाल गोविंदगंज थाना अध्यक्ष राजू कुमार मिश्रा आरोपी के पैतृक गांव जाकर उसके अन्य संपर्कों और आपराधिक कुंडली को और गहराई से खंगाल रहे हैं।

भोजपुर में बेदाग रिकॉर्ड, गोपालगंज में बड़ा एक्शन

पुलिस की शुरुआती जांच में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है कि गिरफ्तार आरोपी इंजमामुल अंसारी (पिता अनवर अंसारी) का भोजपुर जिले के शाहपुर थाने में कोई भी पिछला आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। स्थानीय स्तर पर उसके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं पाया गया, लेकिन थावे मंदिर जैसे संवेदनशील स्थान पर हुई चोरी में उसकी संलिप्तता ने पुलिस को हैरान कर दिया है। बताया जा रहा है कि पहले आरोपी से मिली गुप्त जानकारी के आधार पर ही पुलिस रानीसागर गाँव तक पहुँची थी।

पुलिसिया कार्रवाई और गिरोह का पर्दाफाश

गोपालगंज पुलिस इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है क्योंकि थावे मंदिर की चोरी ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी और मुठभेड़ के बाद पुलिस अब इस पूरे गिरोह के अन्य सदस्यों और चोरी किए गए सामान की बरामदगी में जुटी है। रानीसागर से पकड़े गए इंजमामुल से पूछताछ के जरिए पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस भीषण चोरी के पीछे मास्टरमाइंड कौन है और मंदिर के गहनों को कहाँ छिपाया गया है।

मुख्य आरोपी दीपक को भेजा गया जेल

पुलिस इस मामले में मुख्य आरोपी गाजीपुर के दीपक राय को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। दीपक से पूछताछ और जांच में पुलिस को गिरोह से जुड़े कई सुराग मिले हैं। पुलिस उसके आधार पर अपराधियों को पकड़ने छापेमारी कर रही है।

गोपालगंज /मोतिहारी से रिपोर्ट