Aurangabad excise superintendent: शराबबंदी के बीच बिहार में उत्पाद अधीक्षक पर बड़ी कार्रवाई, औरंगाबाद में SVU ने उजागर की करोड़ों की अवैध संपत्ति
Aurangabad excise superintendent: बिहार में शराबबंदी के बीच उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद पर SVU की बड़ी कार्रवाई की गई है। इस बीच करोड़ों की अवैध संपत्ति, जमीन, एफडी और लॉकर के खुलासे के बाद भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Aurangabad excise superintendent: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद उत्पाद विभाग सबसे अधिक संवेदनशील माना जाता है। इस विभाग के अधिकारी सीधे शराब कारोबार की रोकथाम, छापेमारी और पूरी प्रणाली की निगरानी से जुड़े होते हैं। ऐसे में किसी अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप केवल नियमों का उल्लंघन नहीं, बल्कि राज्य की शराबबंदी नीति पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
इसी सिलसिले में विशेष निगरानी इकाई (SVU) ने औरंगाबाद के उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। प्रारंभिक जांच में ही पता चला कि उनकी वैध आय की तुलना में करीब ₹1.58 करोड़ मूल्य की अवैध संपत्ति मिली है। इसके बाद पटना, औरंगाबाद और जहानाबाद स्थित उनके ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू हो गई। SVU के एडीजी पंकज कुमार दाराद के अनुसार यह केवल शुरुआती आकलन है—जांच में मिली संपत्तियों का वास्तविक मूल्य इससे कहीं ज्यादा होने का अनुमान है।
छापेमारी में 10 जमीनें, भारी निवेश और करोड़ों की संपत्ति का खुलासा
तलाशी में जो दस्तावेज मिले उन्होंने आय से अधिक संपत्ति के आरोपों को और मजबूत कर दिया। जांच में पता चला कि अनिल कुमार आजाद और उनके परिवार के नाम कुल 10 अचल संपत्तियां दर्ज हैं। पटना के प्रतिष्ठित मानस मार्ग क्षेत्र में उनकी पत्नी के नाम 6 जमीनें और जहानाबाद में 4 प्रॉपर्टियां है। इन सभी का अनुमानित मूल्य लगभग ₹1,78,30,880 आंका गया है। अचल संपत्तियों के अलावा भी भारी निवेश का खुलासा हुआ, जिसमें 28 लाख की फिक्स्ड डिपॉजिट और LIC, SBI Life, UCO Life और Oregano Resort जैसी योजनाओं में ₹1,54,65,581 का निवेश किया गया था। विभिन्न बैंक खातों में ₹48,04,900 की राशि जमा थी। ये सभी आंकड़े इस बात की ओर संकेत करते हैं कि यह संपत्ति किसी एक-दो वर्षों की कमाई नहीं बल्कि लंबे समय से जारी अवैध वसूली और भ्रष्टाचार की उपज है।
सोना-चांदी, ज्वेलरी रसीदें और तीन लॉकर
छापेमारी में जमीनों और निवेश के अलावा आभूषणों की बड़ी मात्रा भी मिली। लगभग ₹26 लाख मूल्य के सोने-चांदी के जेवर, अतिरिक्त ₹8.60 लाख की ज्वेलरी रसीदें और तीन बैंक लॉकरों की जानकारी मिली, जिनकी तलाशी आगे की कार्रवाई में ली जाएगी। SVU टीम ने औरंगाबाद के ऑफिस, पटना के आलीशान घर और जहानाबाद स्थित पैतृक मकान—इन सभी जगहों पर गहन जांच की। टीम का मानना है कि आने वाले दिनों में और भी संपत्तियाँ सामने आ सकती हैं, इसलिए इसे हाई-इंटेंसिटी DA केस के रूप में डील किया जा रहा है।