BANKA NEWS : बांका में माघी काली की पुनर्स्थापना को लेकर 2100 कलशों के साथ निकाली गयी भव्य शोभायात्रा, तीन दिवसीय अनुष्ठान का हुआ शुभारंभ
BANKA NEWS : बांका में माघी काली की पुनर्स्थापना को लेकर 21 सौ कलश के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गयी. मंदिर प्रांगण से निकली इस यात्रा में अमरपुर शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के गांवों से भी हजारों लोग शामिल हुए....पढ़िए आगे
BANKA : बांका के अमरपुर शहर में सोमवार को धर्म और आस्था के रंग में पूरी तरह रंगा नजर आया। यहां स्थित श्री श्री 108 माघी काली मंदिर में मां माघी काली की पुनःस्थापना एवं प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर मंगलवार को 2100 कलशों के साथ भव्य और ऐतिहासिक शोभायात्रा निकाली गई। मंदिर प्रांगण से निकली इस यात्रा में अमरपुर शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के गांवों से भी हजारों श्रद्धालु महिलाओं और युवतियों ने भाग लिया।
कलश यात्रा की शुरुआत माघी काली मंदिर से हुई, जो नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए चंसार पोखर पहुंची। वहां गुरुधाम से पधारे विद्वान पंडितों की टोली ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच कलशों में जल भराई की रस्म संपन्न कराई। मुख्य आचार्य मनीष कनोडिया, उनकी पत्नी मोनिका कनोडिया, संतोष कनोडिया और नैना कनोडिया सहित कई श्रद्धालुओं ने विधिवत जल भराई अनुष्ठान में भाग लिया। जल भराई के पश्चात शोभायात्रा पुनः मंदिर प्रांगण लौट आई, जहां से तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ किया गया। प्राण-प्रतिष्ठा के मुख्य आयोजक सहदेव कनोडिया ने जानकारी दी कि यह अनुष्ठान 7 मई से 9 मई तक चलेगा, जिसमें मंदिर में मां काली की विधिवत प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके उपरांत 9 मई को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जिसमें लगभग 5000 श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया जाएगा।
इस आयोजन को सफल बनाने में मंदिर समिति और काली पूजा समिति की अहम भूमिका रही। प्रमुख रूप से पार्षद प्रदीप कुमार पप्पू, अशोक साह, संजीव साह, राहुल भगत, देवेंद्र पोद्दार, सुब्बू भगत, असीष साह, मिठ्ठू पोद्दार, मिठ्ठू भगत, अशोक गुप्ता एवं समिति के अन्य सदस्य आयोजन में लगातार सक्रिय रहे। भक्तों की भीड़, महिलाओं की पारंपरिक पोशाकें, सिर पर कलश और श्रद्धा से भरे वातावरण ने शोभायात्रा को एक अलौकिक अनुभव में बदल दिया। नगर में जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत किया गया, वहीं लोगों ने फूल बरसाकर श्रद्धा भाव प्रकट किया। पूरे आयोजन को लेकर शहर में खासा उत्साह देखा गया और अमरपुर पुलिस के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था भी दुरुस्त की गई थी।
बांका से चंद्रशेखर कुमार भगत की रिपोर्ट