Stone pelting on train:बेतिया में मुजफ्फरपुर-पोरबंदर एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी, एसी कोच का शीशा टूटा, यात्रियों में दहशत का माहौल
Stone pelting on train: बिहार के बेतिया से एक और रेल सुरक्षा पर करारा तमाचा मारने वाली घटना सामने आई है।
Stone pelting on train: बिहार के बेतिया से एक और रेल सुरक्षा पर करारा तमाचा मारने वाली घटना सामने आई है। मुजफ्फरपुर-पोरबंदर एक्सप्रेस (19270) पर बेतिया स्टेशन से निकलते ही अज्ञात असामाजिक तत्वों ने जमकर पत्थरबाज़ी की, जिससे ट्रेन के एसी कोच बी-4 की खिड़की का शीशा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। पत्थर सीधे सीट पर गिरा, जहां यात्री बैठे थे लेकिन सौभाग्य से कोई गंभीर घायल नहीं हुआ।
घटना उस समय हुई जब ट्रेन शाम 6 बजे बेतिया से रवाना हुई, और प्लेटफॉर्म के पास खड़े कुछ युवकों ने करीब से जोरदार हमला कर दिया। तीखी आवाज और टूटते शीशे की धमक से डिब्बे में अफरा-तफरी मच गई। यात्री डर से सीट छोड़कर इधर-उधर भागने लगे, कुछ ने सामान समेटना शुरू कर दिया तो कुछ मैसेजिंग ऐप्स पर परिवार को अलर्ट भेजने लगे।
ट्रेन को नरकटियागंज स्टेशन पर रोका गया, जहां रेलवे कर्मचारियों और तकनीकी टीम ने टूटी खिड़की पर टेप लगाकर अस्थायी मरम्मत की और ट्रेन को आगे रवाना किया गया। लेकिन इस घटना ने यात्रियों को झकझोर कर रख दिया।
यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई ट्रेनों पर पथराव हो चुका है, परंतु अब तक कड़ी कार्रवाई का अभाव असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद करता है। यात्रियों ने रेल प्रशासन और स्थानीय पुलिस से मांग की है कि CCTV निगरानी और गश्ती दलों को बढ़ाया जाए तथा दोषियों को जल्द से जल्द चिन्हित कर सलाखों के पीछे डाला जाए।
इस तरह की घटनाएं न केवल यात्रियों की जान को खतरे में डालती हैं, बल्कि रेलवे की साख और सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करती हैं। अब देखना यह है कि रेलवे नींद से कब जागता है!