EOU Raid: सीएम नीतीश का सरकारी अफसर निकला धन कुबेर, करोड़ों की काली कमाई का चौंकाने वाला खुलासा, कई राज्यों में जमीन...

EOU Raid: सीएम नीतीश के सरकारी अफसर के घर ईओयू ने छापेमारी की। जिसके बाद अफसर की काली कमाई देख अधिकारियों की होश उड़ गए। भ्रष्ट अधिकारी ने करोड़ों की संपत्ति के साथ कई राज्यों में जमीन भी खरीदा है...

Sub Registrar Vinay Saurabh black money- फोटो : social media

EOU Raid: आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए भागलपुर के जिला अवर निबंधक बिनय सौरभ के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। उन पर ज्ञात आय स्रोतों की तुलना में कहीं अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। ईओयू ने भागलपुर, सासाराम और पूर्णिया में जिला अवर निबंधक विनय सौरभ के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान कई बड़े खुलासे हुए। 

छापेमारी में बरामद संपत्ति

पूर्णिया स्थित आवास से ढाई लाख रुपये नकद और मारुति सुजुकी की दो कारें मिलीं। बैंक पासबुक में 16 लाख 27 हजार रुपये की जमा राशि का पता चला। सोने-हीरे के आभूषण, बांड और बीमा दस्तावेज जब्त किए गए। भागलपुर, रोहतास, सासाराम, वाराणसी, सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी में महंगे भूखंडों और मकानों की जानकारी मिली।

ईओयू की प्रारंभिक रिपोर्ट

विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी की पुष्टि के बाद दर्ज प्राथमिकी (आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या-21/2025, दिनांक 21 अगस्त 2025) के अनुसार, बिनय सौरभ ने अपनी ज्ञात वैध आय ₹1.43 करोड़ के मुकाबले लगभग ₹2.70 करोड़ की संपत्ति अर्जित की है। यह उनकी आय से 188.23% अधिक है। मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा 13(2) सहपठित धारा 13(1)(बी) के तहत दर्ज किया गया है।

सुबह से ही छापेमारी में जुटी थी टीम 

ईओयू की दो टीमों ने सुबह से ही भागलपुर कार्यालय और अभिनव एनक्लेव स्थित फ्लैट में तलाशी ली। बरारी, खंजरपुर, सासाराम (सनुआर शिवसागर) और पूर्णिया (पैनोरमा सिटी) स्थित मकानों पर भी छापेमारी की गई। कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।

मुकदमा दर्ज

इस मामले में आर्थिक अपराध थाना, पटना में 21 अगस्त 2025 को केस संख्या 21/2025 दर्ज किया गया था। न्यायालय के आदेश पर की गई इस छापेमारी में अब तक करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति का पता चला है। ईओयू अधिकारी अब बरामद आभूषणों, बांड और दस्तावेजों का मूल्यांकन कर रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि कुल संपत्ति का आंकड़ा और बढ़ सकता है।