BIHAR NEWS - पीएम मोदी के कार्यक्रम की तैयारी में जुटे नगर निगम और राजस्व के कर्मचारियों पर सीएम नीतीश के विधायक ने बरसाई लाठियां

BIHAR NEWS - पीएम मोदी के कार्यक्रम की तैयारी में लगे निगम कर्मियों को जदयू विधायक गोपाल मंडल ने अपने समर्थकों के साथ लाठियों से पिटाई कर दी। विधायक ने इस दौरान बहस होने की बात स्वीकार की, लेकिन मारपीट से इनकार किया।

BIHAR NEWS - पीएम मोदी के कार्यक्रम की तैयारी में जुटे नगर निगम और राजस्व के कर्मचारियों पर सीएम नीतीश के विधायक ने बरसाई लाठियां

BHAGALPUR - CM नीतीश कुमार के खास विधायक गोपाल मंडल ने अपनी दंबगई दिखाते हुए नगर निगम कर्मियों की लाठी डंडे से पिटाई कर दी। जिसके बाद विधायक ने पिटाई को सही बताते हुए इन कर्मियों को धमकी भी दी। विधायक ने कहा कि अगर ज्यादा विरोध किया तो मैदान के बाहर भी नहीं जाने दिया जाएगा। बता दें कि कुछ दिन पहले ही भागलपुर सांसद ने मीडियावालों के साथ मारपीट की थी। बाद में उन्हें सार्वजनिक रूप से इसके लिए माफी मांगनी पड़ी थी। 

क्या हुआ था

दरअसल भागलपुर में 24 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम है। जिसको लेकर जिला प्रशासन के निर्देश पर हाउसिंग बोर्ड परिसर में वाहन पड़ाव बनाया जा रहा था। इसके लिए नगर निगम और राजस्व विभाग की टीम सफाई एवं अन्य तैयारियों में जुटी थी। इसी दौरान विधायक गोपाल मंडल अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और निगम कर्मियों पर लाठी बरसानी शुरू कर दी।

दबंगई की सारी हदें पार करते हुए विधायक ने कर्मियों को धमकाया कि वे ज्यादा विरोध करेंगे, तो उन्हें मैदान से बाहर भी नहीं निकलने दिया जाएगा।

कर्मियों को आई गंभीर चोटें

वहीं इस घटना में नगर निगम के जेसीबी ड्राइवर बमबम, सहायक पिंटू और राजस्व कर्मचारी संजीव कुमार सिंह को गंभीर चोटें आईं। संजीव कुमार सिंह के हाथ पर गहरे जख्म हुए हैं, जबकि अन्य कर्मियों के शरीर पर लाठी के निशान पड़े हैं।

पत्नी के साथ की गलत हरकत, इसलिए

वहीं विधायक गोपाल मंडल ने पिटाई का समर्थन करते हुए कहा कि  नगर निगम कर्मियों की उनकी पत्नी से बहस हो गई थी। उन्होंने कहा, मेरी पत्नी से कर्मचारियों ने मुंह लगाने की कोशिश की। जब उसने पेड़ की टहनी काटने से रोका, तो वे झगड़ा करने लगे। इसी बीच मोहल्ले की महिलाएं भी आ गईं। मैं बीच-बचाव करने गया, लेकिन कर्मी मुझसे भी उलझ गए। मैंने सिर्फ धक्का दिया, अगर डंडा चलाता, तो वे गिर नहीं जाते।

थाने पहुंचा मामला

जब घटना घटी, तब अंचलाधिकारी (सीओ) मौके पर मौजूद नहीं थीं। बाद में जब उन्हें घटना की सूचना दी गई, तो वे मौके पर पहुंची, लेकिन पूरा मामला दबाने की कोशिश करने लगीं। उधर, नगर निगम के घायल कर्मियों ने एससी-एसटी थाने में मामला दर्ज कराने की बात कही है।

रिपोर्ट - अंजनी कुमार कश्यप



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