Chhapra police dirty deal: छपरा में पुलिस की 'डर्टी डील' का पर्दाफाश! शराब माफिया ने किया दारोगा का अपहरण, दो एसआई गए जेल

Chhapra police dirty deal: छपरा में शराब माफिया से सांठगांठ कर रहे दो प्रशिक्षु दारोगा का भंडाफोड़ हुआ है। शराब माफिया ने सौदेबाजी बिगड़ने पर एक दारोगा का अपहरण कर लिया। एएसपी की कार्रवाई में दोनों पुलिस अधिकारी सस्पेंड और गिरफ्तार।

शराब माफिया के दोस्त पुलिस!- फोटो : social media

Chhapra police dirty deal: बिहार के सारण जिले में शराबबंदी लागू होने के बावजूद शराब माफिया और पुलिस के बीच मिलीभगत का ऐसा मामला सामने आया जिसने पूरे विभाग की साख पर सवाल खड़े कर दिए। छपरा में गैरकानूनी सौदेबाजी के दौरान स्थिति तब बिगड़ गई जब शराब माफिया ने प्रशिक्षु पुलिस निरीक्षक चंद्रभान कुमार को ही अगवा कर लिया। घटना की सूचना मिलते ही जिले की पुलिस में हड़कंप मच गया।

गैरकानूनी सौदेबाजी के टूटते ही दारोगा को बनाया गया बंधक

सूत्र बताते हैं कि शराब माफिया के साथ जब्त शराब और एक स्कॉर्पियो वाहन को छोड़ने का अवैध समझौता चल रहा था। पैसे और हिस्सेदारी को लेकर विवाद अचानक उभर गया और इसी दौरान कुख्यात अपराधी वाल्मीकि सिंह ने ट्रेनी एसआई चंद्रभान को बंधक बना लिया। मामला गंभीर होते ही एएसपी सदर रामपुकार सिंह की टीम तुरंत कोलुआ गांव पहुँची और कमांडो-शैली की कार्रवाई कर दारोगा को सुरक्षित बाहर निकाला।

वाल्मीकि सिंह की गिरफ्तारी

पुलिस टीम की त्वरित कार्रवाई में कुख्यात वाल्मीकि सिंह को दबोच लिया गया। उसके पास से पिस्तौल, मैगजीन, कारतूस, चाकू और नौ लीटर देसी शराब बरामद हुई। वही स्कॉर्पियो भी पुलिस के हाथ लगी जिसका सौदा अवैध तरीके से तय किया जा रहा था। गिरफ्तारी के बाद वाल्मीकि सिंह के खिलाफ आर्म्स एक्ट और मद्य निषेध कानून के तहत मामला दर्ज किया गया।

जांच में चौंकाने वाला खुलासा—दो ट्रेनी दारोगा खुद बने थे वसूली एजेंट

मामले की जांच गहराई से शुरू हुई तो पुलिस विभाग हैरान रह गया। एएसपी द्वारा जमा किए गए साक्ष्यों से यह साफ हुआ कि बंधक बनाए गए दारोगा चंद्रभान कुमार और एक अन्य प्रशिक्षु दारोगा दीपक कुमार ओझा लंबे समय से शराब तस्करों से अवैध वसूली करते थे। जब्त शराब और वाहन छोड़ने के बदले दोनों कथित तौर पर मोटी रकम लेते थे। मोबाइल कॉल डिटेल, लोकल इनपुट और अन्य डिजिटल साक्ष्यों ने दोनों की संलिप्तता को पुख्ता कर दिया।

एसएसपी की सख्त कार्रवाई—दोनों दारोगा निलंबित और गिरफ्तार

एसएसपी कुमार आशीष ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कदम उठाए। दोनों प्रशिक्षु एसआई को निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ औपचारिक रूप से केस दर्ज कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। एसएसपी ने स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा, चाहे वह किसी भी स्तर का हो।