Bihar News: जहरीली शराब पीने से फिर हो गई एक मौत!दो का जीवन हुआ अंधेरा, डीएम ने कहा- जांच हो रही है, ये कैसी शराबबंदी!
बिहार में साल 2016 से पूर्ण शराबबंदी है. सरकार कहते हैं कि बिहार में शराब पीना गुनाह है. इसके बावजूद न तो शराब की तस्करी रुकी है और न हीं जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत को रोका जा सका है. मशरख में जहरीली शराब पीने से कथित तौर पर फिर एक व्यक्ति की मौत हो गई है. छपरा जिले के मशरक क्षेत्र में जहरीली शराब के सेवन से एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं. मृतक का नाम इस्लामुद्दीन बताया गया है, जो लतीफ मियां का बेटा है. जानकारी के अनुसार, सभी ने एक दिन पहले मछली पार्टी के दौरान शराब का सेवन किया था, जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ने लगी.
बीमार व्यक्तियों में शमशाद और मुमताज अंसारी शामिल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों ने बताया कि इन दोनों की आंखों की रोशनी चली गई है. यह घटना इब्राहिमपुर काइया टोला में हुई थी, जहां तीन लोगों की तबीयत खराब होने की सूचना मिली थी.
घटना के बाद सदर अस्पताल को अलर्ट मोड पर रखा गया है और डॉक्टरों को सतर्क कर दिया गया है. पुलिस टीम भी मामले की जांच के लिए इब्राहिमपुर गांव पहुंच गई है. एसपी कुमार आशीष मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जहरीली शराब कहां से आई थी.
सारण के जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया कि छपरा के मशरख थाना क्षेत्र अंतर्गत मिलावटी शराब पीने से इब्राहिमपुर गांव के एक व्यक्ति की संदिग्ध मृत्यु होने और दो व्यक्तियों के इलाजरत रहने की सूचना प्राप्त हुई है. उन्होंने कहा कि प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम द्वारा एक व्यक्ति की संदिग्ध मौत के संबंध में जांच की जा रही है और इलाजरत दो व्यक्तियों को सदर अस्पताल में उचित इलाज कराया जा रहा है.डीएम ने कहा कि इस पूरी घटनाक्रम के बारे में जांच के बाद सूचना उपलब्ध कराई जाएगी
बता दें बिहार में जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों की जान गई थी.बिहार सरकार द्वारा लागू किए गए शराबबंदी कानून के बावजूद, अवैध शराब का कारोबार थम नहीं रहा है.
रिपोर्ट- शशिभूषण सिंह