WAQF BOARD LAND: दरभंगा में 15 एकड़ जमीन को लेकर बवाल, वक्फ बोर्ड के दावे के बाद उलझा पेंच, चाचा- भतीजा आमने सामने
वक्फ एक्ट में संशोधन के लिए जब मोदी सरकार बिल लेकर आई तो देश में वक्फ बोर्ड की संपत्ति को लेकर नई बहस छिड़ गई। अभी यह बिल संयुक्त संसदीय समिति के पास है और इसपर विचार-विमर्श किया जा रहा है।
Waqf Board: वक्फ एक्ट में संशोधन के मसौदे के संसद में पेश होने के बाद से देशभर में वक्फ संपत्ति को लेकर विवाद बढ़ गए हैं। इसी कड़ी में, बिहार के दरभंगा जिले में भी एक परिवार वक्फ बोर्ड के दावे को लेकर उलझ गया है। परिवार का आरोप है कि उनके चाचा व अन्य रिश्तेदार मिलकर षड्यंत्र रचकर उनकी 15 एकड़ की पैतृक जमीन को वक्फ बोर्ड की जमीन बताकर हड़पने की कोशिश कर रहे हैं।
यह विवाद हनुमाननगर प्रखंड के तालपुपरी मौजे की 15 एकड़ जमीन को लेकर है। परिवार का दावा है कि यह जमीन उनके परदादा स्वर्गीय इलाही बक्स खान के नाम से खतियान में दर्ज है और उनके परिवार कई पीढ़ियों से इस पर कब्जा किए हुए हैं। उन्होंने जमीन की रजिस्ट्री और अन्य कानूनी दस्तावेज भी पेश किए हैं।
परिवार के एक सदस्य, मोहम्मद रिजवान ने आरोप लगाया है कि उनके चाचा व अन्य रिश्तेदार मिलकर वक्फ बोर्ड से सांठगांठ कर उनकी जमीन हड़पने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, अंचल कार्यालय और जिलाधिकारी कार्यालय ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह जमीन वक्फ बोर्ड की नहीं है। इसके अलावा, बिहार स्टेट सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी एक पत्र में इस जमीन को वक्फ संपत्ति नहीं होने का स्पष्टीकरण दिया है।
मोहम्मद रिजवान ने बताया कि इतने सबूतों के बावजूद, उनकी जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके रिश्तेदारों ने इसी जमीन के एक हिस्से को बेच दिया है और अब वे पूरी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।
यह मामला वक्फ संपत्ति से जुड़े विवादों का एक उदाहरण है।
रिपोर्ट- वरुण कुमार ठाकुर