Bihar News: देर रात अवैध बालू खनन तस्करों पर प्रशासन का चला डंडा, 9 वाहन जब्त, 12 लाख का जुर्माना, बालू माफियाओं में मचा हड़कंप
खनन और परिवहन विभाग की इस संयुक्त कार्रवाई में कई वाहनों को जब्त और दंडित किया गया। नियमों का उल्लंघन करते हुए 9 वाहनों को खनन विभाग ने जब्त किया, जिनमे एक ओवरलोड ट्रक दो गीले बालू से लदे ट्रक, पांच बिना ढके हुए बालू का परिवहन कर रहे ट्रक शामिल है।
Bihar News: बक्सर जिले में अवैध बालू खनन, परिवहन और भंडारण पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए एक छापेमारी अभियान चलाया। यह अभियान देर रात 11 बजे से सुबह 2 बजे तक जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य के नेतृत्व में चला। यह छापेमारी डुमरांव, नावानगर, गोलंबर, जासो-नदांव पथ, टोल प्लाजा और वीर कुंवर सिंह सेतु चेकपोस्ट सहित कई महत्वपूर्ण स्थानों पर की गई।
इस अभियान से बालू माफियाओं में डर और हड़कंप का माहौल भी पैदा हो गया है। खनन और परिवहन विभाग की इस संयुक्त कार्रवाई में कई वाहनों को जब्त और दंडित किया गया। नियमों का उल्लंघन करते हुए कुल 9 वाहनों को खनन विभाग ने जब्त किया, जिनमे एक ओवरलोड ट्रक दो गीले बालू से लदे ट्रक, पांच बिना ढके हुए बालू का परिवहन कर रहे ट्रक, एक बिना लाल पट्टी वाला वाहन शामिल हैं। वहीं इन वाहनों के मालिकों पर 11 लाख 75 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। साथ ही, परिवहन विभाग ने भी 95 गाड़ियों पर कार्रवाई की और उनसे 5,00,600 रुपये का जुर्माना वसूला।
जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने स्वयं इस छापेमारी अभियान का नेतृत्व किया। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में अवैध बालू खनन और परिवहन को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह अभियान न केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए भी चलाया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य ने भी इस अभियान को जरूरी बताते हुए कहा कि हम अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। जिले में कोई भी गैरकानूनी कार्य प्रशासन की नजर से बच नहीं सकता।
इस अभियान में जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के अलावा खनन और परिवहन विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। जिसमें खनिज विकास पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक (यातायात), मोटरयान निरीक्षक, प्रवर्तन अवर निरीक्षक, खनन निरीक्षक, संबंधित थानाध्यक्ष शामिल थे।
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में इस सघन जांच ने बालू माफियाओं के बीच हड़कंप मचा दिया है।
संदीप वर्मा की रिपोर्ट