CBI RAID FOR Illegal mining - 12 सौ करोड़ के अवैध खनन मामले में सीबीआई का बिहार सहित तीन राज्यों में बड़ी कार्रवाई, झारखंड चुनाव से एक सप्ताह पहले हुई कार्रवाई से मचा हड़कंप
CBI RAID FOR Illegal mining - झारखंड चुनाव से 8 दिन पहले सीएम हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि के करीबियों के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की है। तीन राज्यों में 16 स्थानों पर हुए छापेमारी में अवैध खनन से जुड़ी अकूत संपत्ति मिली है।
RANCHI-PATNA - झारखंड विधानसभा चुनाव की वोटिंग के लिए सिर्फ आठ दिन का समय बचा है। उससे पहले ही सीबीआई ने ने नींबू पहाड़ इलाके में राज्य के अवैध माइनिंग स्कैम केस में रेड की है। सीबीआई की यह छापेमारी झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के 16 स्थानों पर की गई है। जिसमें 14 लोकेशन झारखंड (11 साहिबगंज और 3 रांची), एक पश्चिम बंगाल के कोलकाता और एक बिहार के पटना में किया गया है.
इस छापेमारी के दौरान सीबीआई को लगभग 60 लाख कैश, एक किलो सोना और सवा किलो चांदी जब्त किया है। इसके अलावा सोने के आभूषण, मोबाइल, 61 जिंदा कारतूस (9 मिमी), संपत्तियों से संबंधित बिक्री विलेख, निवेश और शेल कंपनियों से संबंधित दस्तावेज, समझौते के कागजात और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज, अब तक बरामद लिए जा चुके हैं।
जांच एजेंसी ने जिन लोगों के यहां छापेमारी की है। वह सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के करीबी बताए जा रहे हैं। पंकज मिश्रा इस घोटाले के आरोपियों में शामिल हैं। आज जिनके ठिकानों पर छापेमारी हुई है। मिर्जाचौकी के रंजन वर्मा के यहां से छह लाख रुपए कैश और सवा किलो तक चांदी बरामद हुआ है। उधवा के कारोबारी महताब आलम के यहां से माइनिंग से संबंधित कागजात, पासबुक और रिवाल्वर का पेपर एजेंसी ने जब्त की है।
वहीं साहिबगंज में छह लोगों राजमहल उधवा के बड़े कारोबारी महताब आलम, मिर्जाचौकी के रंजन वर्मा, संजय जायसवाल, बरहरवा के सुब्रतो पाल, पत्थर व्यवसायी टिंकल भगत, अवध किशोर सिंह उर्फ पतरु सिंह, बरहरवा के भगवान भगत और कृष्णा शाह के यहां छापेमारी जारी है। पटना में इसी तरह की छापेमारी की जा रही है। हालांकि पटना से सीबीआई को क्या मिला है। यह स्पष्ट नहीं हो सका है।
क्या है नींबू पहाड़ अवैध खनन का मामला
12 सौ करोड़ नींबू पहाड़ अवैध खनन का मामला पहली बार तब सामने आया, जब खनन के कारण पहाड़ के आसपास रहनेवाले घरों में दरार पड़ने लगी थी। इससे तंग आकर ढाई साल पहले 2 मई 2022 को कुछ ग्रामीणों ने अवैध खनन बंद कराने की मांग की। लेकिन पहले कामयाबी नहीं मिली। लेकिन ग्रामीणों ने हार नहीं मानी।
सीएम के प्रतिनिधि पर हुआ केस
आखिर में ग्रामीण विजय हांसदा ने साहिबगंज के एसटी एससी थाने में सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, उनके सहयोगी विष्णु यादव, पवित्र यादव, राजेश यादव, बच्चू यादव, संजय यादव व सुभाष यादव के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
प्राथमिकी के आधार पर हुई छापेमारी
एफआईआर के आधार पर ED ने पहली बार 8 जुलाई 2022 को साहिबगंज के तकरीबन 20 ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में कई पत्थर व्यवसायी के घर से ईडी को कई अहम सुराग हाथ लगे। इसमें एक नाम बरहेट विधायक सीएम हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का भी था।
पंकज मिश्रा पर कई तरह के आरोप हैं। उस पर साहेबगंज में 12 सौ करोड़ रुपए से अधिक की अवैध माइनिंग, उससे हुई अवैध कमाई के अतिरिक्त टेंडर मैनेज करने का भी आरोप लगा है। ED ने उसे अवैध माइनिंग और अवैध कमाई मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया था।