बिहार में घूसखोरी पर लगाम के लिए निगरानी ने बनाया ऐसा प्लान की ताबड़तोड़ पकडे जायेंगे रिश्वतखोर,जानिए नया तरीका
Bribe in Bihar: घुसखोर सरकारी कर्मचारियों को ट्रैप कराने के लिए पहली बार बनाया गया पहली बार ऐसा प्लान, हालांकि कानून में इसका पहले से है मौजूद प्रावधान
PATNA: बिहार के सरकारी कर्मचारियों की घूस मागने की लगातार मिलती शिकायत पर लगाम लगाने खातिर प्रयासरत निगरानी ब्यूरों ने अब रिश्वतखोरों को दबोचने के लिए एक नया प्लान तैयार किया है. निगरानी ब्यूरो भ्रष्ट लोक सेवकों खासकर बड़े लोक सेवकों को दबोचने के लिए नई व्यवस्था लागू करने जा रही है. इसके तहत अब किसी लोक सेवक या सरकारीकर्मी के द्वारा मांगी जानेवाली घूस की रकम को निगरानी ब्यूरो के द्वारा मुहैया कराएगी.
दरअसल अब तक होता यह था कि ट्रैप खातिर जो रकम इस्तेमाल होती थी वो शिकायतकर्ता की ही होती थी. घूस लेते रंग हाथ पकड़े जाने के बाद इस राशि को सुबूत के तौर पर जमा कर लिया जाता था. यह राशि उस समय तक संबंधित व्यक्ति को नहीं मिलती थी, जब तक इस पर कोर्ट के स्तर से फैसला नहीं आ जाता या कोर्ट में इसे प्रस्तुत कर के इस राशि को रिलीज कराने की विधिवत प्रक्रिया पूरी नहीं कर ली जाती है. इस पूरी प्रक्रिया में लम्बा वक्त लगता था नतीजतन शिकायतकर्ता के पैसे लंबे समय तक के लिए फंस रह जाते थे. इस वजह से शिकायत के बाद शिकायतकर्ता के द्वारा पैसे के इतजाम में काफी लम्बा वक्त जाया होता था.
घुस के पैसे अब निगरानी करायेगा मुहैया
इस समस्या से निपटने और घूसखोरी के खिलाफ प्रभावी अभियान चलने खातिर अब ट्रैप कराने के लिए घूस के पैसे ब्यूरो के स्तर से मुहैया कराने की यह शुरुआत पहली बार की जा रही है, हालांकि कानून में इससे संबंधित प्रावधान मौजूद है.इस मामले में ब्यूरो के डीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि यह नई व्यवस्था शुरू कर दी गई है. इससे संबंधित सभी तैयारी और ट्रेजरी से राशि का बंदोबस्त कर लिया गया है. अब नई व्यवस्था से शिकायतकर्ता की जेब से पैसे नहीं फंसेंगे.