Bihar news - चुनावी रेवड़ी नहीं, संवैधानिक हक चाहिए, पटना में महाजुटान के लिए तीन हजार आशा रवाना, नीतीश सरकार को यादा दिलाया उनका वादा

Bihar news - बिहार की आशा के लिए नीतीश सरकार की घोषणा को चुनावी रेवड़ी बताया गया है। सरकार के किए पुराने वादे अभी तक पूरे नहीं किए गए हैं।

नीतीश सरकार ने नहीं निभाया वादा- फोटो : NEWS4NATION

Darbhanga - बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ सम्बद्ध गोपगुट व ऐक्टू के नेतृत्व में आशाओं ने अगस्त 2023 में हड़ताली आशाओं के साथ हुए लिखित समझौता मानदेय देने का वादा के बावजूद नीतीश सरकार के द्वारा पारितोषिक दिये जाने को आशाओं ने सरकारी धोख़ा बताया एव्ं नीतीश सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी को प्रदर्शित करने के लिए 12 अगस्त को गर्दनीबाग पटना में पूर्व से घोषित महाजुटान में भाग लेने के लिए सैकड़ों आशा कार्यकर्ता व फैसिलिटेटर दरभंगा-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस से प्रस्थान किया। 

इस मौके पर संघ की नेता अनिता कुमारी ने कहा कि नीतीश सरकार समझौता को लागू करने के बजाय आशा को 3 हजार पारितोषिक देने का कैविनेट बैठक करने के बजाय ट्वीट करते हैं, जो लगता है नीतीश सरकार आशा को उसका वाजिब संवैधानिक माँग देने के बजाय चुनावी रेवड़ी बाँट रहे हैं।

 इसके खिलाफ लगातार संघर्ष जारी रहेगा और आशा की मांग नही माना गया तो आने वाले चुनाव में आशा कार्यकर्ता नीतीश सरकार को सबक सिखाने का काम करेगी। 

महाजुटान में भाग लेने वालों में मुख्यरूप से ऐक्टू के जिला सचिव उमेश प्रसाद साह, विजयलक्ष्मी देवी, शोभा कुमारी, अंजू कुमारी, सुधा कुमारी, मीरा देवी, रंजु देवी, बेबी कुमारी, कमली देवी, रागनी देवी, मीरा कुमारी, भावती कुमारी, कुमारी नूनू, यासमीन परवीन, प्रियंका कुमारी, शोभा कुमारी, अनिता देवी सहित सैकड़ों आशा शामिल है।