Bihar News: अपहृत नवविवाहिता की कहानी में फिल्मी ट्विस्ट, बंदूक की नोंक पर 'अपहरण' की कहानी निकली प्रेमी के साथ भागने की साजिश, दुल्हन ने प्रेमी संग रचाई कोर्ट मैरिज!

Bihar News: शादी के तुरंत बाद दुल्हन का अपहरण कर लिया गया था। इस घटना के कारण के खुलासे के बाद दो परिवारों को झकझोर कर रख दिया है।

groom kidnapped in darbhanga
अपहृत नवविवाहिता की कहानी में फिल्मी ट्विस्ट- फोटो : social Media

Bihar News:बिहार के दरभंगा जिले के सकतपुर थाना क्षेत्र में एक ऐसी घटना ने सुर्खियां बटोरीं, जो किसी बॉलीवुड फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं लगती। 25 अप्रैल 2025 को माला कुमारी की शादी घनश्यामपुर निवासी संजय राम के साथ धूमधाम से संपन्न हुई थी। अगले दिन, 26 अप्रैल को जब माला अपनी विदाई के बाद ससुराल जा रही थी, तभी मुहतरिया पुल के पास चार बाइकों पर सवार आठ हथियारबंद बदमाशों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया। बंदूक की नोंक पर ड्राइवर को गाड़ी का दरवाजा खोलने के लिए मजबूर किया गया, और माला को जबरन बाइक पर बैठाकर ले जाया गया। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी, और माला के पिता यदुनंदन राम ने सकतपुर थाने में अपनी बेटी की बरामदगी के लिए गुहार लगाई। दूल्हा संजय राम ने भी इस घटना के बाद माला को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार करने से इनकार कर दिया और दूसरी शादी करने की बात कही।

लेकिन इस कहानी में 50 घंटे बाद एक ऐसा मोड़ आया, जिसने सभी को हैरान कर दिया। माला कुमारी ने अपने कथित प्रेमी मनीष यादव के साथ झंझारपुर कोर्ट में शादी रचा ली और एक वीडियो जारी कर पूरे मामले पर नया खुलासा किया। इस वायरल वीडियो में माला ने साफ कहा कि उसका कोई अपहरण नहीं हुआ था। उसने खुद अपने प्रेमी मनीष यादव को फोन करके मुहतरिया पुल के पास बुलाया था। तय योजना के अनुसार, वह मनीष की बाइक पर बैठकर फरार हुई थी। माला ने बताया कि उसने अपनी मर्जी से मनीष के साथ कोर्ट मैरिज की है और अब वह उसी के साथ रहना चाहती है।

माला ने अपने वीडियो में अपने माता-पिता को भी संदेश दिया। उसने कहा, "आप लोग मेरे पति मनीष और मेरे सास-ससुर को परेशान न करें।" माला ने अपने पिता यदुनंदन राम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने घनश्यामपुर में संजय राम से शादी करने से साफ मना कर दिया था, लेकिन परिवार ने उसकी मर्जी के खिलाफ जबरदस्ती शादी की तैयारी की। इसी मजबूरी में उसने मनीष को फोन करके बुलाया और उसके साथ भागने का फैसला किया। माला ने यह भी स्पष्ट किया कि बंदूक की नोंक पर अपहरण की बात पूरी तरह गलत है, और यह सब उसकी और मनीष की आपसी सहमति से हुआ।

इस घटना ने न केवल माला के परिवार, बल्कि दूल्हे संजय राम और उसके परिवार को भी सदमे में डाल दिया। माला के भाई पप्पू राम ने अपहरणकर्ताओं में से एक की पहचान मनीष यादव के रूप में की थी, जो गंगापुर गांव का ही रहने वाला है। गांव में यह चर्चा भी आम थी कि माला और मनीष के बीच पहले से प्रेम संबंध थे, और संभवतः यही इस पूरे ड्रामे की वजह बनी।

पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की है, लेकिन माला के वीडियो के बाद मामला प्रेम प्रसंग की ओर इशारा कर रहा है। सकतपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने कहा कि जांच के बाद सच्चाई सामने आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, माला के इस खुलासे ने अपहरण की शिकायत को एक नया आयाम दे दिया है।

इस घटना ने दरभंगा में कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं, क्योंकि शुरुआत में इसे एक सनसनीखेज अपहरण का मामला माना गया था। माला के वीडियो ने न केवल पुलिस की जांच की दिशा बदल दी, बल्कि समाज में प्रेम विवाह और जबरन शादी जैसे मुद्दों पर भी बहस छेड़ दी है। माला की कहानी ने यह साबित कर दिया कि प्यार के लिए लोग किस हद तक जा सकते हैं, और कैसे एक सुनियोजित योजना को अपहरण का रूप देकर सबको चौंका सकते हैं।

अब सवाल यह है कि क्या माला और मनीष का यह प्रेम विवाह सामाजिक और कानूनी चुनौतियों का सामना कर पाएगा? या फिर यह कहानी और नए मोड़ लेगी? फिलहाल, माला अपने प्रेमी और अब पति मनीष के साथ अपनी नई जिंदगी शुरू करने को तैयार है, जबकि उसका परिवार और संजय राम का परिवार इस घटना से उबरने की कोशिश कर रहा है।



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