छा गया बॉलीवुड-हॉलीवुड में दरभंगा का लाल, द ताज स्टोरी ने किया बड़ा धमाका, ताजमहल के इतिहास पर बनी फ़िल्म सुपरहिट

दरभंगा वह धरती जिसने कवि, साहित्य, बुद्धिजीवी और महापुरुषों को जन्म दिया, उसी मिट्टी के एक सपूत ने बॉलीवुड और हॉलीवुड दोनों जगत में धमाल मचा दिया है। ...

छा गया बॉलीवुड-हॉलीवुड में दरभंगा का लाल- फोटो : reporter

Bihar News:दरभंगा वह धरती जिसने कवि, साहित्य, बुद्धिजीवी और महापुरुषों को जन्म दिया, उसी मिट्टी के एक सपूत ने बॉलीवुड और हॉलीवुड दोनों जगत में धमाल मचा दिया है। घनश्यामपुर प्रखंड के गोई लगमा निवासी और पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट सुरेश झा ने वह काम कर दिखाया जिसे करने की हिम्मत बड़े से बड़े फ़िल्ममेकर ने भी नहीं दिखाई। ‘द ताज स्टोरी’ ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित यह फ़िल्म सुपरहिट हो चुकी है और दर्शकों की भारी भीड़ सिनेमाघरों में उमड़ रही है। दुनिया के सातवें अजूबे ताजमहल पर काफी बातें, विवाद और चर्चा होती रहीं, लेकिन इसे तथ्य सहित बड़े परदे पर दिखाने की हिम्मत किसी ने नहीं की। सुरेश झा ने न सिर्फ यह साहस किया, बल्कि दुनिया को बिहार की रचनात्मक ताकत दिखा दी।

विशेष शो देखने पहुंचे फिल्म प्रेमियों ने तारीफों की बौछार कर दी और सुरेश झा को मंच पर सम्मानित भी किया। दर्शकों का कहना था कि फिल्म का शोध, संवाद और प्रस्तुति ऐतिहासिक तथ्यों को बेहद संतुलित अंदाज में सामने लाता है।

सुरेश झा बताते हैं कि “सिर्फ फिल्म बनाना ही चुनौती नहीं थी, बल्कि फिल्म पूरी होने के बाद असली इम्तिहान शुरू हुआ। लगभग 4 महीने तक स्क्रीनिंग रोकी गई, विशेषज्ञों की टीम जांच करती रही। और रिलीज से एक दिन पहले दिल्ली हाई कोर्ट में फिल्म रोकने की दो याचिकाएं दायर कर दी गईं।” मगर बाधाएं झुकनी पड़ीं। देश के चर्चित डिस्ट्रीब्यूटर ने तय समय पर 31 अक्टूबर फिल्म देश-विदेश के लगभग 2500 सिनेमाघरों में रिलीज कर दी। दर्शक लगातार इसे सराह रहे हैं और सोशल मीडिया पर बिहार के इस लाल की चर्चा हो रही है।

फिल्म के निर्देशक तुषार अमरीश गोयल और क्रिएटिव निर्माता विकास राधेश्याम ने महीनों तक तथ्य जुटाए। फ़िल्म में दिग्गज कलाकारों के साथ बिहार के अखिलेन्द्र मिश्रा, दरभंगा के अंजनी कुमार, वीणा झा, सर्वज्ञ झा और स्वर्णिम झा ने बेहतरीन अभिनय किया।

जब सुपरस्टार परेश रावल इस प्रोजेक्ट से जुड़े, तब टीम को नया आत्मविश्वास मिला और फिल्म में वह वज़न जुड़ गया जिसने इसे बड़े स्तर पर पहचान दिलाई। सुरेश झा साफ कहते हैं कि फ़िल्म किसी धर्म या व्यक्ति पर आधारित नहीं है। हमने सिर्फ वही दिखाया है जो ऐतिहासिक दस्तावेज़ों और तथ्यों में सामने आता है।आज पूरी दुनिया ‘द ताज स्टोरी’ देख रही है और एक बार फिर यह साबित हो गया कि बिहार की मिट्टी में प्रतिभा की कोई कमी नहीं, मौका मिले तो इतिहास लिखा जाता है!

रिपोर्ट- वरुण कुमार ठाकुर