मिथिला में मानवता की मिसाल बने डॉ. मृदुल शुक्ला और डॉ. गुंजन त्रिवेदी — ₹10 में भरपेट भोजन से लेकर बाढ़ राहत तक
Bihar News : मिथिला की धरती हमेशा से समाजसेवा और जनकल्याण की परंपरा के लिए जानी जाती रही है। इसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं गुंजन एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन डॉ. मृदुल कुमार शुक्ला और उनकी धर्मपत्नी डॉ. गुंजन त्रिवेदी (शुक्ला)। यह दंपत्ति वर्षों से समाजसेवा को अपना जीवन लक्ष्य मानकर कार्यरत है।
ट्रस्ट के पंजीकरण से बहुत पहले से ही यह दंपत्ति दरभंगा और आसपास के मिथिला क्षेत्र में जरूरतमंदों के बीच सक्रिय रूप से सेवा कार्य करता आ रहा है। बाढ़ के समय भोजन और आश्रय के लिए पन्नी वितरण, शीतकाल में कंबल वितरण, महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड वितरण तथा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर जैसे कार्य इनके प्रयासों से लगातार संचालित होते रहे हैं।
वर्तमान समय में भी डॉ. शुक्ला दंपत्ति ने अपने एनजीओ के माध्यम से “₹10 में भरपेट भोजन” की योजना शुरू की है, जो प्रतिदिन जरूरतमंदों के लिए चल रही है। उनका कहना है, “जब तक हमारा सामर्थ्य रहेगा, यह सेवा अभियान अनवरत जारी रहेगा।” मिथिला में यह दंपत्ति न केवल मानवता और सेवा का प्रतीक माना जाता है, बल्कि ब्राह्मण समाज के सशक्त और सम्मानित चेहरे के रूप में भी इनकी गहरी पैठ है। दरभंगा की जनता के बीच इनकी लोकप्रियता और भरोसा लगातार बढ़ता जा रहा है।
राजनीतिक हलकों में यह चर्चा भी है कि यदि इतने समर्पित और लोकप्रिय व्यक्तित्व को किसी भी राजनीतिक दल ने नजरअंदाज किया, तो वह संगठनात्मक दृष्टि से नुकसानदेह साबित हो सकता है। दरभंगा और मिथिला क्षेत्र में डॉ. शुक्ला दंपत्ति की सेवा और जनसंपर्क की गूंज जिस तरह फैल रही है, वह आने वाले दिनों की राजनीतिक दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकती है।
धीरेंद्र की रिपोर्ट