Bihar News : सीमांचल में SIR के लिए फर्जी तरीके से बनाये जा रहे फर्जी रैयती खतियान, बीजेपी नेता ने दिखाए सबूत, कहा घुसपैठियों ने तैयार किये दस्तावेज

DARBHANGA : बिहार में चुनाव आयोग के द्वारा मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम (SIR )का काम चल रहा है। इस सब के बीच सीमांचल  में रह रहे कई लोगों के द्वारा फर्जी दस्तावेज के जरिए खुद को बचाने का मामला उजागर हुआ है। दरभंगा बीजेपी के पूर्व महामंत्री अंकुर गुप्ता ने ऐसे कई दस्तावेज दिखाए जो बिल्कुल ओरिजिनल दस्तावेज दिख रही है। जिस पर अधिकारियों के हस्ताक्षर एवं मोहर लगे हुए हैं। लेकिन जब इसे ऑनलाइन सर्च किया जा रहा है तो यह दस्तावेज किसी और के नाम आ रहे हैं। ऐसे में दरभंगा बीजेपी के पूर्व महामंत्री अंकुर गुप्ता ने ऐसे दस्तावेजो की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने राहुल गांधी एवं तेजस्वी यादव से पूछा कि सीमांचल में 40% लोग रह रहे हैं लेकिन वहां 125 प्रतिशत दस्तावेज कैसे बन गया। उन्होंने आरोप लगाया की इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के जरिए बिहार में रह रहे  घुसपैठियों ने बड़े पैमाने पर अपने दस्तावेज तैयार कर लिए हैं और राहुल गांधी एवं तेजस्वी यादव ऐसे घुसपैठीयों को संरक्षण देने के लिए गलत बयानी कर रहे हैं।

इस बावत बीजेपी के पूर्व महामंत्री अंकुर गुप्ता ने कहा की सबसे पहले मैं उन लोगों को कहना चाहता हूं जो आज के समय बिहार में घुसपैठिए बने हुए हैं। उनके संरक्षण के रूप में INDIA ठगबंधन तेजस्वी प्रसाद यादव एवं राहुल गांधी से कहना चाह रहा हूं कि अभी SIR का जो काम चल रहा है । पहचान पत्र के शुद्धिकरण का जो काम चल रहा है उसके विपक्ष के रूप में। उसके संरक्षक के रूप में जो भाषण दे रहे हैं की यह गलत हो रहा है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं की सीमांचल की जो बात करते हैं आज में साक्ष्य के साथ में उनसे पूछना चाहता हूं की आप बता दीजिए कि जहां की आबादी 40% है। वहां 120, 125 प्रतिशत जनसंख्या का पहचान पत्र कैसे बन गया। मैं उन विपक्ष के लोगों को यह साक्ष्य दिखाना चाहूंगा, यह रैयत्ती खतियान है। यह पूर्णिया जिले का है इस पर नाम अंकित है बड़कू ,जाती संथान है। जबकि गूगल पर आप इसे सर्च करेंगे तो यह नाम बदलकर आ जाएगा लक्ष्मी नाथ तिवारी। ऐसे वे लोग फर्जी कागजात बनाकर  ले जाते हैं।और इस आधार पर आवासीय, आधार कार्ड एवं अन्य पहचान पत्र बना लेते हैं। जिस आधार पर उन्हें नागरिकता मिल जाती है। 

कहा की यह लोग बांग्लादेश से आसाम, बंगाल के रास्ते बिहार में घुसपैठ कर रहे है। मिथिला में यह पुराना सर्वे ऑफिस है जहाँ बन्दोबस्त कार्यालय चल रहा है। कुछ जिलो के पेपर रखा है। वैसे सर्वे ऑफिस यहाँ बन्द हो चुका है। उसी के अगल बगल में यह फर्जी धंधा चल रहा है। ऐसे हमारे पास कई साक्ष्य है, जिसके गहन जांच की जरूरत है। यही काम जब चुनाव आयोग कर रहा हैं तो विपक्ष के पेट में दर्द हो रहा है और कह रहे है कि लोगों की नागरिकता खत्म की जा रही है। अगर गैर मुल्क के लोग हमारे बिहार में रहेंगे ,तो उनकी नागरिकता हम समाप्त करेंगे कि नहीं। मैं चाहता हूं कि  ऐसे घुसपैठियों की पहचान कर कार्रवाई हो एवं इस तरह के फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले जो लोग हैं उनके ऊपर नकेल कसी जाय। मैं राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से कहना चाहूंगा कि आप जो इनके संरक्षक बन रहे हैं आप जवाब दें इसका।

इस बावत दरभंगा डीएम कौशल कुमार ने बताया कि जो आपने दस्तावेज दिखाए है वह खतियान का सर्टिफाइड कॉपी निकाला गया है। इसके बारे में आपके द्वारा कहा जा रहा है कि यह संदिग्ध है। इसकी हम जांच कराएंगे। अगर यह संदिग्ध पाया जाता है,और कोई गलत ढंग से इसे निकाल कर दुरुपयोग कर रहे है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसा करना अपराध है। वही सर्वे ऑफिस में कागजात लेने और पैसा देने का वीडियो भी है जिसमे कागजात लेने वाले पैसा लेंन देन को ले कह रहा है। हर बार तो पैसा देते ही है अगली बार पूरा कर देंगे। कहा जाये कि वो लगातर फर्जी कागजात बनवा रहा है। वही जब हमने उन सभी से पूछा तो सभी ने रैयती खतियान पेपर लेने की बात से इनकार कर दिया। लेकिन जब हमने वीडियो की बात कही तो फिर अलग अलग बहाने बनाने लगे और कागत दिखाने से इनकार कर दिया और फिर रफूचक्कर हो गए। 

दरभंगा से वरुण ठाकुर की रिपोर्ट