Bihar politics - RJD के कैंडिडेट के खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगे तेजस्वी!, इस सीट पर हो गई अजीबो-गरीब स्थिति
Bihar politics - कई सीटों पर महागठबंधन के दो कैंडिडेटों के बीच ही लड़ाई है। वहीं एक सीट तो ऐसा भी है, जहां तेजस्वी यादव को अपनी ही पार्टी के कैंडिडेट के खिलाफ चुनाव प्रचार करना पड़ सकता है।
Darbhanga - बिहार का विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के लिए कई मुश्किले लेकर आ रहा है। पहले नामांकन खत्म होने तक महागठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे का फैसला नहीं हो पाया, नतीजा यह हुआ कि कई सीटों पर महागठबंधन के दो कैंडिडेटों के बीच ही लड़ाई है। वहीं एक सीट तो ऐसा भी है, जहां तेजस्वी यादव को अपनी ही पार्टी के कैंडिडेट के खिलाफ चुनाव प्रचार करना पड़ सकता है।
दरभंगा के गौराबौराम पर वीआईपी और राजद से नॉमिनेशन
दरभंगा के गौरा बौराम में अजीब ही स्थिति है। यहां राजद और वीआईपी के उम्मीदवारों ने नॉमिनेशन किया है। इनमें वीआईपी कैंडिडेट को महागठबंधन की तरफ से अधिकारिक उम्मीदवार बनाया गया है। ऐसे में राजद उम्मीदवार के खिलाफ तेजस्वी को चुनाव प्रचार करना पड़ सकता है।
कैसे हुई यह गड़बड़ी
दरअसल, विपक्षी खेमे में सीटों के बंटवारे पर अंतिम मुहर लगने से पहले ही राजद ने अपने नेता अफजल अली खान को गौरा बौराम से मैदान में उतारने का फैसला कर लिया था। पार्टी नेतृत्व ने अफजल को अपना चुनाव चिन्ह और कागजात सौंप दिए
घर पहुंचने से पहले ही बदल गया फैसला
इसके बाद, अफजल खुश होकर अपने चुनाव क्षेत्र के लिए रवाना हो गए, जो पटना से लगभग चार घंटे की यात्रा थी और अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करने के लिए उत्सुक थे। लेकिन, उनके घर पहुंचने तक, राजद और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी के बीच समझौता हो गया, जिसके बाद गौरा बौराम सीट वीआईपी के खाते में जाएगी और महागठबंधन के सभी सहयोगी उसके उम्मीदवार संतोष सहनी का समर्थन करेंगे।
अफजल अली खान ने नहीं मानी पार्टी की बात
राजद नेतृत्व ने अफजल अली ख़ान से संपर्क किया और उनसे अपना चुनाव चिन्ह वापस करने और चुनाव से हटने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। राजद नेता ने पार्टी उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया।
राजद नेतृत्व ने चुनाव अधिकारियों को सूचित किया कि पार्टी अफजल अली खान की उम्मीदवारी का समर्थन नहीं करती है, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि वे अफजल अली खान को चुनाव मैदान से नहीं हटा सकते, क्योंकि उन्होंने उचित दस्तावेजों के साथ अपना नामांकन दाखिल किया है।
ईवीएम पर दोनों कैंडिडेट के नाम
अब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर अफजल अली खान के नाम के बगल में राजद का लालटेन चिन्ह होगा और तेजस्वी यादव राजद के चिन्ह वाले उम्मीदवार के खिलाफ प्रचार करेंगे।
राजद समेत महागठबंधन के सहयोगी दल VIP उम्मीदवार संतोष साहनी का समर्थन करेंगे, लेकिन अफजल अली खान की उम्मीदवारी को लेकर असमंजस की स्थिति नतीजों पर असर डाल सकती है। वोटर्स भी दोनों सिंबल को देख परेशान होंगे।