BIHAR NEWS - नीतीश कुमार जनता को संबोधित किए बगैर लौटे वापस पटना, अपने सीएम को सुनने आए हजारों लोग क्या कहने लगे
BIHAR NEWS - सीएम नीतीश कुमार जनता को बिना संबोधित किए ही वापस लौट गए। मुख्यमंत्री के ऐसा करने से उन्हें सुनने पहुंचे हजारों लोगों को मायूसी का सामना करना पड़ा। जो उनके लिए दूरदराज इलाके से वहां पहुं
GOPALGANJ - जिले के कटेया प्रखंड के बैरिया पंचायत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक लाख लीटर क्षमता वाले दुग्ध उत्पादन संयंत्र का भूमि पूजन तथा शिलान्यास किया। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार बिना लोगों को संबोधित किए ही वापस लौट गए जिससे दूर दूर से उनको सुनने के लिए आए लोगों में मायूसी साफ तौर पर देखने को मिली।
दरअसल पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कटेया प्रखंड के बैरिया हैलिकॉप्टर द्वारा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक लाख लीटर क्षमता वाले दुग्ध उत्पादन संयंत्र का भूमि पूजन तथा शिलान्यास किया। उन्होंने शिलापट्ट का लोकार्पण करने के बाद कई विभागों के स्टाल का निरीक्षण किया।
इस मौके पर बिहार सरकर के मंत्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, रेनू देवी, जनक राम साहित कई मंत्री मौजूद रहे। मात्र 25 मिनट के संक्षिप्त कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से रवाना हो गए। मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए लोगों की भीड़ कार्यक्रम स्थल पर पूर्व से ही मौजूद रही। ताकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भाषण सुन सके। लेकिन मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों को संबोधित किए बिना ही वापस हैलीकॉप्टर से रवाना हो गए। जिससे लोगों में निराशा दिखी।
वहीं सूबे के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बताया कि करीब 60करोड़ से ऊपर की लागत से यह बन रहा है। और इसकी क्षमता आगे चलकर 2 लाख लीटर प्रति लीटर भी हो सकती है। दूर दराज इलाके में इसकी दूरगामी और सकरात्मक प्रभाव पड़ेंगे यहां के किसानों पर। करीब पंद्रह हजार किसानों के मासिक आमदनी में इजाफा होगा। ट्रांसपोर्टेशन बढ़ेगा। वेटरनरी डॉक्टर आयेंगे। छोटे-छोटे पार्लर्स और दुकान सुधा की खुलेंगे जिससे फायदा होगा। धीरे धीरे सारे सुधा के प्रोडक्ट्स दही, दूध, मिठाइयां यह सभी ऐड करना शुरू कर देंगे पनीर इत्यादि।
साथ ही उन्होंने कहा कि इधर बिजली की समस्या उधर तो थी लेकिन मुख्यमंत्री जी द्वारा एक और तौहफ़ा दिया है सब ग्रिड पावर स्टेशन लग रहा है। 127 करोड़ के लागत से इसके बगल में ही नहीं बन रहा है। तो बिजली की समस्या भोरे कटेया ब्लॉक में नहीं रहेगी। सरकारी जमीन जो है उसपर प्रस्ताव भेजवाया है।
बिहार इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी को इसका अधिग्रहण करने और आगे चलकर उसमें स्मॉल और इंडस्ट्रीज कुटीर उद्योग लगा पाए। ताकि और अधिक इस क्षेत्र का ग्रोथ हो सके। यह क्षेत्र अंत में होने के कारण अगले दो चार सालों में इसकी पूरी। तस्वीर बदल जाएगी।
रिपोर्ट - मनन अहमद