Bihar News: चचरी पुल के सहारे सरकती जिंदगी, भाग्यविधाताओं की नहीं पड़ रही नजर, साल के नौ महीने जल कैदी बन कर रहते हैं लोग

कटिहार के रेलवे स्टेशन से सटे मुहल्ले के आज भी एक बड़ा हिस्सा है जहां साल के 9 महीना गंदा पानी के जमा रहने के कारण लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. आवागमन के लिए चचरी पुल हीं सहारा है।

चचरी पुल के सहारे सरकती जिंदगी- फोटो : Reporter

Bihar News: कटिहार नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 16 के बड़ी आबादी 'जल कैदी' बनकर जिंदगी जीने को बेवश है, ऐसा नहीं है कि इस वार्ड तक विकास की रोशनी नहीं पहुंचा है लेकिन रेलवे स्टेशन से सटे इस मोहल्ले के आज भी एक बड़ा हिस्सा है जहां साल के 9 महीना गंदा पानी के जमा रहने के कारण लोग अपने घर छोड़कर या तो भाड़ा के मकान पर रहते हैं या किसी तरह सड़क और धर्मशाला में जिंदगी बिताते हैं, 

दो दर्जन से अधिक घरों तक पहुंचाने के लिए मुख्य सड़क से हिलडोल वाले बास की चाचरी हीं एकमात्र सहारा है, लोगों के माने तो पूरे इलाके की गंदा पानी जमा होता है और इसकी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है कहीं-कहीं नाली तो है लेकिन नाले के ऊपर ढक्कन नहीं होने से लोग इसे सड़क के रूप में इस्तेमाल नहीं कर पाते है ऐसे में अब उन लोगों की जिंदगी नरक बन गया है, 

स्थानीय लोग और क्षेत्र की प्रतिनिधि कहते हैं 'शहर में नहर' जैसी हालत को लेकर कई जगह शिकायत की गई है । मगर नतीजा अब तक सिफर है,ऐसे में लोग चाहते हैं कि जल्द उन लोगों की हालत पर सुधी लिया जाए ताकि वह लोग भी ऊंचे दर के टैक्स पे करने के बाद शहरी जीवन का आनंद ले सके।

रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह