Bihar Teacher News: ACS सिद्धार्थ ने स्कूल में शिक्षिका के सोने, मोबाइल चलाने के साथ छात्रों के झाड़ू लगाने का वीडियो देखा..अब जारी हो गया फरमान..कोई नहीं बचा पाएगा.

Bihar Teacher News - स्कूलों में चल रही मनमानी को रोकने के लिए ACS एस. सिद्धार्थ अब सीधे एक्शन के मूड में नजर आ रहे हैं। पिछले दिनों प्राथमिक स्कूल का वीडियो वायरल होने के बाद पूरे स्टाफ को नोटिस जारी 24 घंटे में जवाब देने को कहा गया है।

Bihar Teacher News: ACS सिद्धार्थ ने स्कूल में शिक्षिका के सोने, मोबाइल चलाने के साथ छात्रों के झाड़ू लगाने का वीडियो देखा..अब जारी हो गया फरमान..कोई नहीं बचा पाएगा.

PATNA - बिहार के सरकारी स्कूलों की स्थिति सुधारने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन, इसके बाद भी हालत पूरी तरह से नहीं बदल रहे हैं। ऐसा ही नालंदा के एक प्राथमिक स्कूल का वीडियो कुछ दिन पहले वायरल हुआ था। जिस पर संज्ञान लेते हुए अब शिक्षा विभाग के एसीएस एस सिद्धार्थ ने स्कूल की प्रधान शिक्षिका को नोटिस जारी किया गया है और 24 घंटे में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।

नालंदा के सुंदरगढ़ के प्राथमिक विद्यालय का मामला

वायरल वीडियो नालंदा के बिहार शरीफ के पास स्थित प्राथमिक विद्यालय से जुड़ा है। इस वीडियों में साफ देखा जा सकता था कि विद्यालय अवधि में कुछ छात्र छात्राएं फर्श पर बैठकर पढ़ रहे हैं, जबकि बेंच डेस्क वाले कमरे में ताला लगा हुआ है। वहीं एक महिला बेंच पर सोई हुई दिखाई दे रही है। 

इसी तरह वीडियो में विद्यालय का एक छात्र झाड़ू लगाते हुए दिख रहा है। जिसमें पूछे जाने पर छात्र ने बताया कि स्कूल की शिक्षिका ने ऐसा करने के लिए कहा है। विद्यालय के अन्य कक्ष में अनाज की बोरियों के पास एक महिला सोती हुई नजर आ रही है।

प्रधान शिक्षिका के कमरे में सो रही शिक्षक

वीडियो में प्रधान शिक्षक के कक्ष में भी शिक्षिका कुर्सी पर सोती हुई नजर आ रही हैं, जबकि पास में बैठी दूसरी महिला मोबाइल पर व्यस्त नजर आ रही है। वहीं एक अन्य महिला कुर्सी पर सोई हुई है। 

शिक्षा विभाग ने इन सारे मामलों को स्कूल नियमों के खिलाफ माना है। जिसके बाद अब स्कूल के पूरे स्टाफ को नोटिस जारी किया गया है। 

बता दें कि शिक्षा विभाग के एसीएस द्वारा आज से कुछ चुनिंदा स्कूलों में सीधे कॉल कर स्कूलों की जांच कर रहे हैं। जिसमें पहले दिन उन्होंने कुछ स्कूलों में सीधा वीडियो कॉल किया था। एसीएस के इस कदम से स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया है।

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