बिहार बनेगा सबसे बड़ा औद्योगिक हब, अमृतसर-कोलकाता कॉरिडोर पर 1350 करोड़ रुपये की टाउनशिप का डीपीआर तैयार

बिहार बनेगा सबसे बड़ा औद्योगिक हब, अमृतसर-कोलकाता कॉरिडोर पर 1350 करोड़ रुपये की टाउनशिप का डीपीआर तैयार

बिहार में औद्योगिक विकास को एक नई दिशा देने के लिए अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर पर इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है। इस परियोजना के तहत 1350 करोड़ रुपये की लागत से बिहार की पहली इंडस्ट्रियल टाउनशिप विकसित की जाएगी, जो गया में स्थित होगी। यह टाउनशिप 1670 एकड़ में फैली होगी, जिसे राज्य का अब तक का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र माना जा रहा है।


परियोजना का मुआयना और आवश्यक आदेश

मंगलवार को बिहार के निवेश आयुक्त और बियाडा के एमडी कुंदन कुमार और नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनआईसीडीसी) के सीईओ/एमडी रजत कुमार सैनी ने इस प्रोजेक्ट का मुआयना किया। निरीक्षण के दौरान, दोनों अधिकारियों ने परियोजना क्षेत्र का भ्रमण कर विभिन्न विभागों को जरूरी जवाबदेहियां सौंपीं, ताकि परियोजना तेजी से आगे बढ़ सके। इस दौरान यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष निर्देश दिए गए कि चिन्हित जमीन को सुरक्षित करने के लिए मार्किंग की जाए और उसकी पहचान स्पष्ट हो।


पानी, बिजली, और संपर्क मार्ग पर जोर

परियोजना के तहत पानी और बिजली की व्यवस्थाओं को प्राथमिकता दी गई है। क्लस्टर के लिए पानी प्रबंध को लेकर संबंधित एजेंसियों को सर्वे करने का निर्देश दिया गया है, ताकि योजना में किसी तरह की रुकावट न आए। इसके साथ ही, परियोजना के क्षेत्र में संपर्क मार्ग विकसित करने पर भी जोर दिया गया है, जिससे उद्यमियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिले।


उद्यम संवाद बैठक और मानपुर का दौरा

बिहार के निवेश आयुक्त कुंदन कुमार ने गया में आयोजित एक उद्यम संवाद बैठक की अध्यक्षता की, जहां उन्होंने स्थानीय उद्यमियों के साथ संवाद स्थापित किया। इस बैठक में उद्योगों के लिए उपलब्ध सुविधाओं और बुनियादी ढांचे पर चर्चा की गई। इसके अलावा, कुंदन कुमार ने गया के औद्योगिक क्षेत्र मानपुर का भी दौरा किया, जहां उन्होंने उद्योगों के विकास के लिए मौजूदा बुनियादी ढांचे का निरीक्षण किया।


परियोजना का महत्व

केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में इस परियोजना को मंजूरी दी गई है। गया की इंडस्ट्रियल टाउनशिप न केवल बिहार की पहली होगी, बल्कि इसे राज्य के औद्योगिक क्षेत्र के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह परियोजना राज्य की औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसके साथ ही, बिहार में निवेश आकर्षित करने के लिए यह एक प्रमुख केंद्र बनेगी। परियोजना के सभी हितधारकों के साथ अधिकारियों ने विस्तृत बातचीत की, ताकि विकास के विभिन्न पहलुओं पर विचार किया जा सके और इसे समयबद्ध तरीके से पूरा किया जा सके। इस मौके पर गया के डीएम और एसपी भी मौजूद रहे, जिन्होंने परियोजना की सुरक्षा और अन्य पहलुओं पर भी चर्चा की

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