ओडिशा में दाना चक्रवात तूफान का खतरा! रेलवे का बड़ा फैसला, 151 से ज्यादा ट्रेन रद्द, मुश्किल में फसेंगे बिहार-झारखंड के लोग
ओडिशा में दाना चक्रवात तूफान के खतरे को देखते हुए यात्रियों को अपने यात्रा कार्यक्रम में बदलाव करने और वैकल्पिक व्यवस्थाएं करने की जरूरत पड़ सकती है। रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है, जिसके कारण यह निर्णय लिया गया है।
जमशेदपुर: ओडिशा में चक्रवात दाना के खतरे को ध्यान में रखते हुए पूर्व तट रेलवे ने 23 से 25 अक्टूबर तक 151 से अधिक ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। इस चक्रवात के कारण क्षेत्र में भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे विशेष रूप से हावड़ा से दक्षिण की ओर जाने वाले यात्रियों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके साथ ही बिहार और झारखंड के विभिन्न जिलों से गुजरने वाली कई ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित होगा।
रद्द की गई ट्रेनें:
रेलवे ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें कई महत्वपूर्ण ट्रेनों को रद्द करने की जानकारी दी गई है। इनमें शामिल हैं:
पटना-पुरी स्पेशल (गाड़ी संख्या 03230)
पटना-एरणाकुलम एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 22644)
भुवनेश्वर-धनबाद स्पेशल (गाड़ी संख्या 02832)
धनबाद-भुवनेश्वर स्पेशल (गाड़ी संख्या 02831)
पुरी-जयनगर एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 18419)
जयनगर-पुरी एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 18420, 26 अक्टूबर को खुलने वाली)
नई दिल्ली-भुवनेश्वर तेजस राजधानी (गाड़ी संख्या 22824, 23 अक्टूबर को)
भुवनेश्वर-नई दिल्ली तेजस राजधानी (गाड़ी संख्या 22823, 25 अक्टूबर को)
एसएमभीबी बेंगलूरू-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 15227)
नई दिल्ली-पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12802, 23 अक्टूबर को)
आनंद विहार-पुरी नंदनकानन एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12816, 24 अक्टूबर को)
पुरी-आनंद विहार नीलांचल एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12875, 25 अक्टूबर को)
यात्रियों के लिए चेतावनी:
चक्रवात के कारण प्रभावित होने वाली ट्रेनों की सूची में कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का नाम है, जो बिहार और झारखंड के विभिन्न जिलों से होकर गुजरती हैं। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित प्लेटफॉर्म से अपनी यात्रा की जानकारी की पुष्टि कर लें।
इस स्थिति में, यात्रियों को अपने यात्रा कार्यक्रम में बदलाव करने और वैकल्पिक व्यवस्थाएं करने की जरूरत पड़ सकती है। रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है, जिसके कारण यह निर्णय लिया गया है।