Partition Deed For Ancestral Land: पुस्तैनी जमीन के बंटवारे के लिए क्यों जरुरी है बँटवारानामा? मात्र 100 रुपए में कैसे बनवाएं, जानिए...

Partition Deed For Ancestral Land: पुस्तैनी या खतियानी जमीन के बंटवारे के लिए बँटवारानामा का होना आवश्यक है। जिससे जमीन का बंटवारा आसानी से हो जाता है। आइए जानते हैं कि बँटवारानामा कैसे बनाते हैं।

Land partition- फोटो : प्रतिकात्मक

Partition Deed For Ancestral Land: जमीन बंटवारे को लेकर अक्सर कई विवाद की खबरे सामने आती है। जमीन बंटवारा एक अहम प्रक्रिया है। इसके माध्यम से परिवार के सभी सदस्यों में संपत्ति का बंटवारा एक बराबर किया जा है। कानूनी रुप से संपत्ति बंटवारे से परिवारों में विवाद भी कम होती है। साथ ही भविष्य में संपत्ति को यदि कानूनी रुप से बेचना हो तो इसमें भी सहायक होती है। 

मात्र 100 रुपए में बनवाए बँटवारानामा

बिहार सहित अन्य राज्यों में भी कई परिवार के पास पुस्तैनी या खतियानी जमीन है। जिसके बंटवारा होना है। जमीन बंटवारे के लिए बँटवारानामा बनाना सबसे अहम माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप जमीन बंटवारे का ये अहम दस्तावेज मात्र 100 रुपए में बनवा सकते हैं। जी हां मात्र 100 रुपए में कोई भी जमीन बँटवारानामा बनवा सकता है। 

क्या है बँटवारानामा?

दरअसल, बँटवारानामा एक कानूनी दस्तावेज है जो परिवार के सदस्यों के बीच जमीन या संपत्ति के बंटवारे को दर्शाता है। यह दस्तावेज बताता है कि किस सदस्य को कितनी जमीन या संपत्ति मिली है। बँटवारानामा आपके हिस्से की जमीन पर आपके अधिकार को कानूनी मान्यता देता है। भविष्य में परिवार के सदस्यों के बीच किसी तरह के विवाद को रोकने में मदद करता है।  अपने हिस्से की जमीन पर बैंक से लोन लेना चाहते हैं, तो बँटवारानामा जरूरी होता है। यदि आप अपने हिस्से की जमीन बेचना चाहते हैं, तो बँटवारानामा होना आवश्यक है। साथ ही कई सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए भी बँटवारानामा जरूरी होता है।

बँटवारानामा बनाने के लिए जरूरी दस्तावेज

बँटवारानामा बनाने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जरूरत होगी। पहला वंशावली जिसके जरिए आप परिवार के वंश को दर्शाते हैं। अगर जमीन किसी मृत व्यक्ति के नाम पर है तो उसके लिए मृत प्रमाण पत्र,जमीन के कागजात जैसे खतियान, जमाबंदी आदि। आधार कार्ड, वोटर आईडी या कोई अन्य सरकारी पहचान पत्र। सभी हिस्सेदारों की पासपोर्ट साइज फोटो। जमीन के मालिक की बैंक पासबुक की कॉपी।


बँटवारानामा बनाने की प्रक्रिया

सबसे पहले, आपको अपने परिवार की वंशावली तैयार करनी होगी। जिसके लिए अपने गाँव के मुखिया या सरपंच से संपर्क करें। जरुरी प्रक्रिया के बाद मुखिया या सरपंच वंशावली तैयार कर देंगे। जिसके बाद अपने क्षेत्र के न्यायालय में जाकर एफिडेविट (शपथ पत्र) बनवाएँ। इस एफिडेविट पर सभी हिस्सेदारों के हस्ताक्षर जरूरी हैं। उसके बाद राजस्व विभाग के कार्यालय में जाकर बँटवारानामा के लिए आवेदन फॉर्म भरें। जिसका शुल्क 100 रुपए हैं। फॉर्म के साथ जरुरी दस्तावेजों को संलग्न करें। वहीं राजस्व विभाग आपके आवेदन और दस्तावेजों की जाँच करेगा। अगर कोई कमी होगी, तो आपको सूचित किया जाएगा।

बँटवारानामा क्यों जरुरी 

वहीं सभी औपचारिकताएँ पूरी होने के बाद, आपको बँटवारानामा जारी कर दिया जाएगा। इस दस्तावेज पर सभी हिस्सेदारों के हस्ताक्षर होंगे। बँटवारानामा बनाते समय सुनिश्चित करें कि सभी हिस्सेदार बँटवारे से सहमत हैं। जमीन का सही मापन करवाएँ ताकि बाद में कोई विवाद न हो। सभी दस्तावेज सही और प्रमाणित होने चाहिए। जिससे बाद में कोई परेशानी ना हो।