TRAIN ACCIDENT : हटिया पटना एक्सप्रेस को असामाजिक तत्वों ने की डिरेल करने की कोशिश, रेलवे ट्रैक पर रखा स्लीपर, लोको पायलट की सूझबूझ से टला हादसा
GAYA : गया पटना रेलखंड पर बुधवार की रात असामाजिक तत्वों के द्वारा इस्लामपुर हटिया पटना एक्सप्रेस को रात में डिरेल करने की कोशिश किया गया। रेलखंड के बेला और चाकंद स्टेशन के बीच नेयामतपुर हाल्ट के समीप रेल के पटरी पर स्लीपर रख दिया गया था। लोको पायलट के होशियारी और सूझबूझ से एक बड़ा हादसा होते होते टल गया। घटना को लेकर बेलागंज थाना में अज्ञात असामाजिक तत्वों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
बुधवार की देर रात गया- पटना रेलखंड पर जहानाबाद रेल थाना क्षेत्र के बेला और चाकंद स्टेशन के बीच नेयामतपुर हाल्ट के निकट लोको पायलट की सूझबूझ की वजह से बड़ी अनहोनी टल गई। किसी शरारती तत्व ने नेयामतपुर हाल्ट के निकट रेलवे ट्रैक पर कंक्रीट का स्लीपर रख दिया था। घटना देर रात 12 बजे के बाद की बताई जा रही है। इस्लामपुर हटिया एक्सप्रेस ट्रेन के लोको पायलट की जब उस पर नजर पड़ी तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाया। लेकिन तबतक रेल इंजन स्लीपर को घसीटते हुए क्रास कर गया। इसके बाद ही ट्रेन रुक सकी। इसके बाद स्लीपर को हटाया गया और ट्रेन गया के लिए रवाना हुई।
इस मामले में रेलवे के पाथ वे इंजीनियर विनय कुमार ने बेलागंज थाने में केस दर्ज कराया है। प्रभारी थानाध्यक्ष बेलागंज व जहानाबाद जीआरपी थानाध्यक्ष दीप नारायण यादव ने बताया कि मंगलवार की रात पटना से गया के लिए हटिया इस्लामपुर पटना एक्सप्रेस ट्रेन 12 बजे रात को गया पटना रेलखंड से गुजर रही थी। उसी दौरान नेयामतपुर हाल्ट के निकट ट्रेन के लोको पायलेट को पटरी के बीच एक स्लीपर रखा हुआ नजर आया। इस पर उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाया। पर तब तक इंजन स्लीपर को क्षतिग्रस्त और घसीटते हुए क्रास कर गया। स्लीपर टूट कर पास के झाड़ियों में चला गया। इसके बाद ट्रेन रुक सकी। इसकी सूचना लोको पायलट ने कंट्रोल रूम को दी।
मौके पर जहानाबाद के जीआरपी और बेलागंज थाने की गश्ती टीम पहुंची। मौके की गहन पड़ताल के बाद ट्रेन का परिचालन कराया गया। बेलागंज प्रभारी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार और जहानाबाद जीआरपी प्रभारी दीपनारायण यादव ने बताया कि सम्बन्धित मामले में जांच की जा रही है। इस मामले में अब तक कोई सुराग नहीं मिला है कि यह काम किस शरारती तत्व का है। उन्होंने बताया कि घटना स्थल के आसपास कोई गांव नहीं है। बावजूद इसके शरारती तत्व की पहचान के लिए सूत्र लगाए गए हैं।
गया से प्रभात कुमार मिश्रा की रिपोर्ट