प्रेमी के चौखट पर मां-बेटी ने त्याग दिया जान, जानें ऐसा क्या हुआ की पुलिस प्रशासन ने भी नहीं ली कोई सुध, पढ़ें पूरा मामला
गोपालगंज के कुचायकोट में प्रेम प्रसंग से परेशान एक माँ-बेटी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस की लापरवाही और शादी में दहेज मांगने के आरोपों के चलते यह दुखद घटना घटी।
Gopalganj News: बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र के जलालपुर दयाराम मठिया गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। जहां एक विधवा महिला और उसकी 22 वर्षीय बेटी ने आत्महत्या कर ली। यह दर्दनाक घटना इसलिए सामने आई क्योंकि महिला की बेटी, काजल कुमारी, को गांव के ही एक लड़के, सूरज मिश्रा, के प्रेम के नाम पर मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी। काजल की मां, मीरा देवी, न्याय पाने के लिए पुलिस के कई दरवाजे खटखटाती रहीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने से निराश होकर उन्होंने अपनी बेटी के साथ प्रेमी लड़के के घर के सामने जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
मामले की पूरी कहानी
मृतक मीरा देवी, ठकराहा बाजारी टोला की निवासी थीं और उनके पति मंतोष मिश्रा की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। उनके दो बेटे हैं जो जीविकोपार्जन के लिए मुंबई में रहते हैं। काजल का सूरज मिश्रा नामक लड़के के साथ प्रेम संबंध था, और वह उससे शादी करना चाहती थी। लेकिन सूरज का परिवार इस शादी के लिए तैयार नहीं था। काजल ने यह भी आरोप लगाया था कि सूरज के पिता ने दहेज की मांग की थी।
न्याय पाने के लिए पुलिस का सहारा
मीरा देवी ने ठकराहा थाना, बगहा महिला थाना, और गोपालगंज एसपी से न्याय की गुहार लगाई थी, लेकिन हर बार उन्हें निराशा हाथ लगी। बगहा महिला थाना में काजल ने आवेदन दिया था और लड़के से शादी करने की इच्छा जताई थी। पुलिस ने लड़के को नोटिस भेजा, लेकिन वह महिला थाना में पेश नहीं हुआ।
आत्महत्या की घटना
न्याय नहीं मिलने और सूरज के परिवार द्वारा शादी से इनकार करने के कारण काजल और उसकी माँ ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। उन्हें गंभीर स्थिति में गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।
अंतिम संस्कार को लेकर असमंजस
मीरा देवी के दोनों बेटे मुंबई में रहते हैं, जिससे उनकी अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी को लेकर असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हालांकि, पुलिस ने जानकारी दी कि मृतका मीरा देवी के भाई शव लेने के लिए आए हैं।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी सूरज मिश्रा के पिता, हरेंद्र मिश्रा, को हिरासत में लिया है। सूरज का परिवार इस शादी के लिए तैयार नहीं था, और उनकी ओर से बताया गया कि लड़के और लड़की का गोत्र एक होने के कारण यह शादी नहीं हो सकती थी।यह घटना बताती है कि कैसे सामाजिक दबाव, प्रेम संबंधों में असफलता, और न्यायिक प्रणाली की ढिलाई के कारण लोगों को गंभीर कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ता है।