Patna News - बिहार में हेल्थ सिस्टम का हाल, पटना में पेड़ के नीचे महिलाओं का हुआ ऑपरेशन
Patna News - पटना जिले के पालीगंज बाजार स्थित प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र में बुधवार को बंध्याकरण कराने के लिए महिलाएं जुटी थी। महिलाएं भवन के बाहर पेड़ के नीचे बेड पर नजर आयी।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में विधि व्यवस्था में कमी के कारण मरीजो की आशियाना प
Patna - एक तरफ केंद्र और राज्य की डबल इंजन की सरकारे प्रदेश की जनता जनार्दन को स्वास्थ के क्षेत्र में बेहतर सुविधाए प्रदान करने की दावे करती हुई नहीं थकती है। लेकिन दूसरी तरफ मरीजों को भेड़ बकरियों की तरह जमीन पर सुविधाएं दी जा रही है। पटना जिले के पालीगंज बाजार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में विधि व्यवस्था में कमी के कारण मरीजो की आशियाना पेड़ बन चुका है। मरीजो के बेडो के नीचे पानी जमा होने से मरीजो को परेशानी बढ़ गयी।
बिहार में ठंड बढ़ चुकी है। शाम होते ही लोगो को चादर तथा स्वेटर का सहारा लेना पड़ रहा है। इसी बीच पटना जिले के पालीगंज बाजार स्थित प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र में बुधवार को बंध्याकरण कराने के लिए महिलाएं जुटी थी। महिलाएं भवन के बाहर पेड़ के नीचे बेड पर नजर आयी। उन बेडो के नीचे पानी जमा थी। समझा जा सकता है कि ठंड के मौसम में बेडो को ऐसे स्थान पर लगाई गई थी। जिसके नीचे पानी जमा थी तथा ऊपर से पेड़ की छाया थी। न तो उन मरीजो को धूप की गर्मी मिल पा रही थी न ही उन मरीजो को ठंड से राहत मिल रही थी।
वहां पर बैठी मरीजो ने बताया की हम सभी बंध्याकरण कराने आए है। हम सभी को बैठने के लिए बेडो को ऐसे स्थानों पर लगाई गई है। जहां सिर पर पेड़ की छाया तो बेडो के नीचे पानी जमा है जिससे ठंड महसूस हो रही है। वही कुछ लोगो ने बताया कि यहां कोई देखरेख करनेवाला नही है। पानी की टँकी भरने के लिए मोटर चालू कर छोड़ दी गयी है।
जिसके कारण पानी की टँकी भरकर एक घण्टे से पानी इधर उधर फैल तथा जमा हो रही है। सभी स्वास्थ्यकर्मी तथा पदाधिकारी देख रहे है लेकिन किसी ने अभीतक ध्यान नही दिया। यहां तक कि पीएचसी प्रभारी डॉ बिपिन कुमार भी इसपर ध्यान नही दिए। डॉ बिपिन कुमार के तानाशाह रवैए और मनमाने ढंग से कार्य करने की कार्यशैली पूरी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पालीगंज पीएचसी अस्पताल की अस्त व्यस्त हो चुकी है। चाहे यहां इलाज कराने आने वाले मरीज हो या यहां के कर्मियों हो सभी पीएचसी प्रभारी के कार्यशैली से त्राहिमाम करते दिख रहे हैं।
पालीगंज से अमलेश की रिपोर्ट