Bihar Crime - नशे की हालत में एएसआई ने युवक को रौंदा, आरोपी दारोगा पर चल रहा यौनशोषण का केस
Bihar Crime - बिहार के सोनो थाना क्षेत्र में घटी एक घटना के बारे में बताया गया है, जहाँ एक पुलिस अधिकारी ने नशे की हालत में एक राहगीर को टक्कर मार दी।
Jamui - नशे में धुत होकर बुलेट चला रहे एएसआई ने एक युवक को रौंद दिया। जिसमें युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। फिलहाल, इलाज के लिए उसे पटना रेफर किय गया है। बताया गया आरोपी एएसआई पर पहले भी दो महिलाओं ने शादी का झांसा देकर यौनशोषण का आरोप लगाया था, जिसका मामला अभी कोर्ट में चल रहा है।
दुर्घटना और चोट
बुधवार की शाम सोनो थाना क्षेत्र में घटी एक घटना के बारे में बताया गया है कि चरकापत्थर थाने में तैनात एएसआई नौशाद रिजवी ने शराब के नशे में अपनी बुलेट मोटरसाइकिल से सोनो थाना क्षेत्र के सारेबाद गांव के पास एक राहगीर त्रिलोकी यादव को जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में त्रिलोकी यादव के पैर की हड्डी टूट गई और वे गंभीर रूप से घायल हो गए। पहले उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर उन्हें पटना रेफर कर दिया गया।
एएसआई का विवादों से पुराना नाता
यह पहली बार नहीं है जब एएसआई नौशाद रिजवी का नाम किसी विवाद से जुड़ा हो। उन पर पहले भी दो महिलाओं ने शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। इस मामले में अनुसूचित जाति-जनजाति थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया था, जो अभी भी कोर्ट में चल रहा है। यह घटना दर्शाती है कि रिजवी का विवादों से गहरा रिश्ता रहा है।
जांच और शराब के सेवन की पुष्टि
पुलिस कप्तान के आदेश पर इस मामले की जांच शुरू की गई। झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि जांच में यह साफ हो गया है कि राहगीर को टक्कर रिजवी ने ही मारी थी। हालांकि, यह पुष्टि करने के लिए कि वह नशे में थे या नहीं, उनके खून का नमूना लिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि दुर्घटना के समय वे शराब के नशे में थे।
पुलिस लाइन हाजिर और तबादला
चरकापत्थर के थानाध्यक्ष विशाल कुमार सिंह ने बताया कि एसपी के आदेश पर आरोपित एएसआई नौशाद रिजवी को तुरंत पुलिस लाइन में हाजिर कर दिया गया है। इसके अलावा, उनका तबादला शेखपुरा कर दिया गया है। मामले की जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है।
कानून का उल्लंघन
यह घटना कानून की रक्षा करने वाले एक अधिकारी द्वारा ही कानून का गंभीर उल्लंघन है। शराब के नशे में गाड़ी चलाना और एक राहगीर को घायल करना न सिर्फ एक अपराध है, बल्कि यह पुलिस की छवि पर भी एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। इस तरह के मामलों में कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कानून के रखवाले खुद कानून का सम्मान करें।