Bihar News:कभी गूंजती थी गोलियों की ठांय ठांय,दीपावली पर अब वहां जलेंगे दीप और पटाखे, आदिवासियों के चेहरे पर लौटी मुस्कान

Bihar News: कभी नक्सलियों की ठांय-ठांय से गूंजती बाराकोला पंचायत में इस बार दीपावली की रौनक ने खुशियों की नई लहर बिखेरी।

कभी गूंजती थी गोलियों की ठांय ठांय,दीपावली पर अब वहां जलेंगे दीप और पटाखे- फोटो : REPORTER

Bihar News: कभी नक्सलियों की ठांय-ठांय से गूंजती बाराकोला पंचायत में इस बार दीपावली की रौनक ने खुशियों की नई लहर बिखेरी। मारवाड़ी युवा मंच, झाझा शाखा के सदस्यों ने सामाजिक समरसता और मानवता का सुंदर संदेश देते हुए आदिवासी बस्तियों में दीपावली मनाई।

युवा मंच के अध्यक्ष आयुष बंका, संजय जालान, शुभम जालान, पीयूष सुल्तानिया, पीयूष सिन्हा और रामस्वरूप सहित अन्य सदस्यों ने ग्रामीणों के घरों में मिठाई, दीपक और पटाखे वितरित किए। उन्होंने कहा, “दीपावली केवल अपने घर को रोशन करने का पर्व नहीं है, बल्कि दूसरों के जीवन में भी उजाला फैलाने का त्योहार है।”

ग्रामीणों ने इस पहल का गर्मजोशी से स्वागत किया और पूरे क्षेत्र में अपनापन और खुशी का माहौल देखा गया। बच्चों के चेहरे पर मुस्कान और बुजुर्गों की खुशी ने इस सामाजिक पहल की सफलता को और बढ़ा दिया।

मारवाड़ी युवा मंच ने बताया कि लगभग 500 से अधिक परिवारों तक मिठाइयां और पटाखे पहुंचाए गए। स्थानीय लोग इस पहल को मानवता और सामाजिक सौहार्द की मिसाल मान रहे हैं। पंचायत के आदिवासी समुदाय ने युवाओं की इस पहल को सराहते हुए कहा कि इससे पहले कभी उन्हें इस तरह का समर्थन और अपनापन महसूस नहीं हुआ।

यह आयोजन न केवल दीपावली के प्रकाश और रंगों को लेकर आया, बल्कि यह शांति और भाईचारे का संदेश भी दे गया। बाराकोला क्षेत्र में लंबे समय तक फैली असुरक्षा और भय की यादों को यह पहल कुछ हद तक मिटा सकी।

युवा मंच के सदस्य यह भी कहते हैं कि वे आने वाले वर्षों में भी इस तरह के सामाजिक कार्यों को लगातार जारी रखेंगे, ताकि समाज के सभी वर्गों में उत्सव की खुशियां समान रूप से फैल सकें।

कुमार हर्ष की रिपोर्ट