Bihar Love Story: गाजियाबाद से खगड़िया तक प्यार की दौड़, मंदिर में रचाई शादी, विवाह के बाद थाने में हाई वोल्टेज ड्रामा
Bihar Love Story: खगड़िया की गलियों में इस प्रेम विवाह की चर्चा जोरों पर है। जहां एक ओर यह कहानी आजाद प्यार की मिसाल बन रही है, वहीं दूसरी ओर ...
Bihar Love Story:"जब-जब प्यार पर पहरा हुआ है, तब-तब इश्क और भी गहरा हुआ है" —इस कहावत को गाजियाबाद की करिश्मा कुमारी और खगड़िया के रौशन कुमार की प्रेम कहानी ने एक बार फिर साकार कर दिया है। गाजियाबाद की 20 वर्षीय युवती करिश्मा कुमारी, अपने 24 वर्षीय प्रेमी रौशन कुमार से मिलने और शादी करने के लिए सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर खगड़िया पहुंच गई। तीन साल पहले महेशखूंट के बन्नी गांव में एक शादी समारोह में हुई मुलाकात से शुरू हुआ प्रेम, अब शादी के बंधन तक पहुंच गया है।
दोनों ने 26 जून को एक शिव मंदिर में विवाह कर लिया। करिश्मा का कहना है कि “मैंने रौशन से बिना किसी दबाव के प्रेम विवाह किया है। मैंने खुद निर्णय लिया और ग़ाज़ियाबाद से अकेले खगड़िया चली आई।”
करिश्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले फोन पर रौशन से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। उस बहस के बाद उसने चुपचाप गाज़ियाबाद छोड़ने का फैसला किया, ट्रेन पकड़ी और खगड़िया पहुंच गई। आधे रास्ते में रौशन को सूचना दी कि वह उसके पास आ रही है।अगले ही दिन दोनों ने मंदिर में शादी कर ली।
रौशन ने भी इस रिश्ते को पूरा समर्थन देते हुए कहा कि मैंने करिश्मा से सच्चा प्यार किया है और अब हमने विवाह कर लिया है।
अब प्रेम कहानी में ट्विस्ट आया और करिश्मा की मां उर्मिला देवी को जब इस शादी की खबर मिली तो उन्होंने पसराहा थाने में पहुंचकर बेटी को वापस सौंपने की गुहार लगाई। उन्होंने युवक पर अपहरण और बहलाने-फुसलाने का आरोप लगाया। हालांकि थानाध्यक्ष संजय कुमार विश्वास ने साफ कहा कि "दोनों बालिग हैं और स्वेच्छा से शादी की है, इसलिए पुलिस इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकती।"
उर्मिला देवी ने पुलिस कप्तान को आवेदन देकर यह भी आरोप लगाया कि थानेदार ने उनसे डीजल का खर्च मांगा और अभद्र व्यवहार किया। वहीं थानाध्यक्ष ने इन आरोपों को "निराधार और झूठा" बताया।
करिश्मा की मां का दावा है कि बेटी नाबालिग है, जबकि करिश्मा के पास मौजूद आधार कार्ड के अनुसार वह बालिग है। अब इस प्रेम विवाह की कानूनी वैधता और उम्र का निर्धारण जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
रौशन की मां पिंकी देवी ने इस रिश्ते को स्वीकार करते हुए कहा कि "करिश्मा अब मेरी बहू नहीं, बेटी है। मैं उसे पूरी तरह अपनाऊंगी।"
खगड़िया की गलियों में इस प्रेम विवाह की चर्चा जोरों पर है। जहां एक ओर यह कहानी आजाद प्यार की मिसाल बन रही है, वहीं दूसरी ओर यह पारिवारिक असहमति, सामाजिक मतभेद और कानून व्यवस्था के टकराव का दृश्य भी प्रस्तुत कर रही है।
रिपोर्ट- अमित कुमार