12 लाख का दहेज? नहीं सर! टीचर ने छात्रा संग रचाई शादी, बिहार की मिट्टी में खिली इश्क की कहानी

Bihar Teacher student love story:एक युवा छात्रा और उसके शिक्षक की निगाहें मिलीं और दिलों में प्रेम की ज्वाला भड़क उठी। ...

टीचर ने छात्रा संग रचाई शादी- फोटो : social Media

Bihar Teacher student love story: यह कहानी है एक युवा छात्रा और उसके शिक्षक की, जिनकी निगाहें मिलीं और दिलों में प्रेम की ज्वाला भड़क उठी।  लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के गेरुआ पुरसंडा गांव में एक ऐसा इश्क़ जन्मा, जो किताबों के पन्नों में छिपा नहीं रह सका। यह कहानी है एक युवा छात्रा और उसके शिक्षक की, जिनकी निगाहें मिलीं और दिलों में प्रेम की ज्वाला भड़क उठी। जमुई जिले की रहने वाली यह छात्रा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए गेरुआ पुरसंडा गांव आई थी। वह कोचिंग के क्लासरूम में बैठकर किताबों के जटिल सवालों में खोई रहती, लेकिन उसकी निगाहें हमेशा शिक्षक प्रभाकर कुमार पर टिकती रहतीं।

प्रभाकर, जो खुद अपने छात्रों को कठिन विषयों के रहस्य सुलझाना सिखाते थे, कभी न सोचा होगा कि उसकी नज़रों में भी एक दिन ऐसा खुमार उतर आएगा। क्लासरूम में बच्चों की हलचल, पेंसिलों की खड़खड़ाहट और किताबों की सरसराहट के बीच, उनकी आंखें एक दूसरे से टकराईं। एक छोटी सी मुस्कान, एक नजर का इशारा बस, यह इश्क़ का सिलसिला शुरू हो गया। धीरे-धीरे आंखों की ये खामोश बातें, दिल की गहरी बातें बन गईं।

कोई भी छात्र या सहपाठी इस प्रेम के इत्तेफाक को नहीं जान पाया। लेकिन इश्क़ की आग किसी भी बंधन को नहीं मानती। दोनों ने अपने दिलों की पुकार सुनी और एक दिन साहस जुटाकर अपने घरवालों की मर्जी के खिलाफ कदम बढ़ाया। वह दिन आया जब छात्रा और प्रभाकर फरार हो गए। उन्होंने अपने प्यार को पवित्र करने के लिए मंदिर में शादी रचा ली। शादी का यह दृश्य और उनका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट होते ही वायरल हो गया।

इस कहानी की पृष्ठभूमि भी उतनी ही दिलचस्प है। प्रभाकर कुमार, जो छात्राओं को मार्गदर्शन देते थे, खुद भी परीक्षा की तैयारी में लगे हुए थे। हाल ही में उन्होंने बिहार कांस्टेबल की परीक्षा पास की और कांस्टेबल बन गए। उनके परिवार ने 12 लाख रुपए के दहेज के साथ उनकी शादी तय कर दी थी, जो नवंबर में होनी थी। लेकिन प्रभाकर ने दिल की आवाज़ को चुना।

सोशल मीडिया पर यह मामला आते ही चर्चा का विषय बन गया। लोग इसे रोमांस और साहस का संगम मान रहे हैं, तो कुछ इसे अनुचित भी बता रहे हैं। लेकिन इश्क़ की राह में कभी नियमों और परंपराओं की कोई हद नहीं होती। गेरुआ पुरसंडा और जमुई के लोग इस घटना से हैरान हैं। यह कहानी हमें यह भी याद दिलाती है कि प्यार की कोई उम्र नहीं होती, और न ही कोई सीमा।

किताबों की खामोशी में जन्मा यह इश्क़, क्लासरूम की नजरों से शुरू होकर मंदिर की पवित्रता में पूरा हुआ। दोनों ने अपने प्यार को दुनिया के सामने पेश किया, और यह साबित कर दिया कि इश्क़ की ताकत सबसे बड़ी होती है।