Astro Tips: सूर्यास्त के बाद इन कामों को भूलकर भी न करें, नाकारात्मक ऊर्जा के साथ होगी धनहानी
आज के समय बदल गया है। लेकिन कई कामें ऐसी है जो पहले और आज के जमाने में बराबर होती है। पहले भी दादी-नानी हमारी कुछ चीजें सूर्यास्त के बाद करने से मना करती थी। इसके पीछे बहुत बड़ा कारण है। चलिए उन कारणों के बारे में जानते हैं।
हिंदू धर्म में सूर्य देव की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही हम कई चीजें बचपन से सुनते आते हैं कि ये चीज इस समय मत करो, वो चीज ऐसे करो....हमारे पूर्वजों के समय से ये प्रथा चली आ रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्यास्त के बाद कुछ कामों को करने से जातक को जीवन में कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि सूर्यास्त के बाद किन कामों को नहीं करना चाहिए।
माना जाता है कि सूर्यास्त के बाद नाखून, बाल, दाढ़ी आदि नहीं काटनी चाहिए। इन गलतियों को करने से नकारात्मक ऊर्जा का असर पड़ता है। इसकी वजह से जातक को जीवन में कर्ज की समस्या आ सकती है। इसके अलावा सूर्यास्त होने के बाद कपड़े धोने और सुखाने नहीं चाहिए, क्योंकि सूर्यास्त होने के बाद नकारत्मक ऊर्जा का संचार होता है। वह कपड़ों में प्रवेश कर जाती है, जिसकी वजह से जातक के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।
तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास माना गया है। मान्यता है कि इसकी पूजा करने से साधक को जीवन में सफलता मिलती है। भोग में तुलसी के पत्ते को शामिल किया जाता है, लेकिन एक बात विशेष ध्यान रखें कि सूर्यास्त के बाद तुलसी के पत्ते न तोड़ें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस गलती को करने से धन की देवी मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और घर में दरिद्रता का आगमन होता है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी घर में वास नहीं करती हैं और घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसी वजह से संध्याकाल में झाड़ू लगाना वर्जित है।
इसके अलावा सूर्यास्त के बाद कुछ चीजों का दान भी नहीं करना चाहिए। जैसे- धन, दही, नमक और हल्दी आदि। ऐसा माना जाता है कि सूर्यास्त के बाद इन चीजों का दान करने से घर से मां लक्ष्मी चली जाती हैं और जातक को जीवन में धन की कमी का सामना करना पड़ता है। गरुण पुराण के अनुसार, सूर्यास्त के बाद अंतिम संस्कार करने की भी मनाही है। ऐसा करने से आत्मा को परलोक में कई कष्टों का सामना करना पड़ता है।