Bihar Police: मोतीपुर के सर्किल इंस्पेक्टर पर गिरी गाज! डीआईजी चंदन कुमार कुशवाहा ने काम के आधार पर किया सस्पेंड
Bihar Police: तिरहुत रेंज के डीआईजी चंदन कुमार कुशवाहा ने पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक में खराब प्रदर्शन पर मोतीपुर सर्किल इंस्पेक्टर को निलंबित किया और कई अधिकारियों को चेतावनी दी।

Bihar Police: बिहार के तिरहुत रेंज में पुलिस प्रशासन की कार्यशैली की समीक्षा करते हुए डीआईजी चंदन कुमार कुशवाहा ने बुधवार को सख्त तेवर अपनाए। मोतीपुर सर्किल इंस्पेक्टर बिरेश कुमार को खराब परफॉर्मेंस के आधार पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया, जबकि अन्य कई थाना और सर्किल इंस्पेक्टरों को चेतावनी दी गई।
समीक्षा बैठक के मुख्य बिंदु
बैठक में यह स्पष्ट हुआ कि कई पुलिस अधिकारी केसों का समय से पर्यवेक्षण नहीं कर रहे हैं। मार्च महीने में तिरहुत क्षेत्र में 3528 केस दर्ज किए गए, जबकि 4039 केसों का निष्पादन हुआ, जो संख्या में अच्छा दिखता है लेकिन गुणवत्ता की कमी उजागर हुई।एसडीपीओ नगर वन, मुजफ्फरपुर द्वारा मात्र 13 केसों में टिप्पणी दी गई।इंस्पेक्टर राज कुमार ने केवल 10 पर्यवेक्षण टिप्पणियां और 35 केसों में अंतिम आदेश निर्गत किए। इस पर डीआईजी ने उन्हें "निम्न कोटि का प्रदर्शन" करार देते हुए अनुशासनिक कार्रवाई के लिए स्पष्टीकरण मांगा।
किसे मिली चेतावनी?
कई पुलिस कर्मियों को चेतावनी मिली है। इसमें कटरा थाना, मीनापुर थाना समेत अन्य पूर्वी क्षेत्र के थाना प्रभारी शामिल है।इन अधिकारियों को केस की गुणवत्तापूर्ण जांच, समय से रिपोर्ट दाखिल करना और घटनास्थल पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए गए।
केस निष्पादन की गति बढ़ाने के आदेश
डीआईजी ने सभी एसएसपी और एसपी को निर्देश दिया है कि लंबित मामलों का त्वरित और निष्पक्ष निष्पादन हो ताकि आम जनता का भरोसा कानून व्यवस्था पर बना रहे। पर्यवेक्षण की पारदर्शिता बढ़ाने के लिए रिपोर्टिंग सिस्टम मजबूत करने का आदेश
पिछले सप्ताह की समीक्षा का संदर्भ
पिछले सप्ताह की समीक्षा में ही यह पाया गया था कि कई अधिकारी केसों का पर्यवेक्षण समय पर नहीं कर रहे हैं। इसी आधार पर कार्रवाई की गई है और यह साफ संकेत है कि आने वाले दिनों में और भी अधिकारियों पर गाज गिर सकती है।