100 'वांटेड लिस्ट' में टॉप पर मेयर पति: देवा गुप्ता पर 1 लाख का इनाम घोषित, एसपी ने कहा- 10 दिन में सरेंडर करो वरना घर होगा कुर्क

मोतिहारी एसपी स्वर्ण प्रभात ने जिले के 'टॉप 100' अपराधियों की सूची जारी की है, जिसमें मेयर पति देवा गुप्ता को नंबर-1 वांटेड घोषित किया गया है। उन पर एक लाख का इनाम और कुर्की की चेतावनी दी गई है।

Motihari - मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक (SP) स्वर्ण प्रभात ने जिले के सबसे खतरनाक अपराधियों की 'टॉप 100' लिस्ट जारी कर दी है। इस फेहरिस्त में मोतिहारी की मेयर प्रीति कुमारी के पति और राजद नेता देवा गुप्ता को पहले स्थान पर रखा गया है। हत्या, रंगदारी और जमीन कब्जाने जैसे 28 संगीन मुकदमों के आरोपी देवा गुप्ता फिलहाल दो मामलों में फरार चल रहे हैं, जिसके बाद पुलिस ने उन पर एक लाख रुपये का इनाम रख दिया है। 

एसपी का सख्त रुख: 'रसूखदार भी कानून से नीचे'

जिले की कमान संभाल रहे एसपी स्वर्ण प्रभात ने स्पष्ट कर दिया है कि अपराधी चाहे राजनीतिक गलियारे का हो या आर्थिक रूप से प्रभावशाली, उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि इस सूची में शामिल सभी भू-माफियाओं, शराब तस्करों और लुटेरों के खिलाफ युद्ध स्तर पर अभियान चलाया जाए। मेयर पति का नाम टॉप पर होने से पूरे शहर के रसूखदारों में हड़कंप मच गया है। 

कुर्की-जब्ती का फरमान: 10 दिनों की मोहलत

पुलिस अधीक्षक ने फरार अपराधियों के लिए लक्ष्मण रेखा खींच दी है। उन्होंने आदेश जारी किया है कि जिन अपराधियों पर इनाम घोषित है, यदि वे 10 दिनों के भीतर कानून के सामने आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो उनके घरों की कुर्की-जब्ती की जाएगी। देवा गुप्ता के लिए यह एक बड़ी चेतावनी है, क्योंकि पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी तेज कर दी है। 

शराब और भू-माफियाओं पर भी गिरेगी गाज

इस वांटेड लिस्ट में देवा गुप्ता के अलावा अन्य बड़े नामों पर भी इनाम तय किया गया है। कुख्यात शराब माफिया राजेश राय पर 35 हजार रुपये और रणजीत गुप्ता पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित है। पुलिस प्रशासन का लक्ष्य है कि जिले के टॉप 100 अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजकर मोतिहारी में कानून का इकबाल बुलंद किया जाए। 

सियासत और अपराध के गठजोड़ पर प्रहार

देवा गुप्ता न केवल मेयर के पति हैं, बल्कि राजद के टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। ऐसे हाई-प्रोफाइल व्यक्ति को वांटेड लिस्ट में टॉप पर रखकर पुलिस ने साफ संकेत दिया है कि बिहार में अब 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर काम होगा। आने वाले दिनों में पुलिस की विशेष टीमें इन अपराधियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी और तेज करने वाली हैं।