Bihar Election 2025 : पूर्वी चंपारण के 12 विधानसभा क्षेत्रों में होगा दुसरे चरण का चुनाव, भारत नेपाल बॉर्डर 72 घंटे के लिए हुआ सील, सुरक्षा के किये गए पुख्ता इंतजाम

Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भारत नेपाल सीमा को 72 घंटे के लिए सील कर दिया गया है. वहीँ सीमा पर विशेष चौकसी बरती जा रही है.......पढ़िए आगे

भारत नेपाल सीमा सील - फोटो : HIMANSHU

MOTIHARI : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को भयमुक्त ,शांतिपूर्ण व निष्पक्ष कराने को लेकर जिला प्रशासन कमर कसकर तैयार है। मोतीहारी डीएम सौरभ जोरवाल व एसपी स्वर्ण प्रभात ने मतदाता निर्भीक होकर मतदान करे। इसको लेकर जिला के अभी थाना, डीएसपी, एसडीओ और बीडीओ सहित पदाधिकारियो को सख्त निर्देश दिया  है। मोतीहारी जिला के 12 विधानसभा क्षेत्र में दूसरे चरण में मतदान होना है।

विधानसभा चुनाव भयमुक्त व शांतिपूर्ण कराने को लेकर डीएम एसपी के निर्देश पर बॉर्डर को शील कर दिया गया है। मतदान के दिन 11 नवम्बर की शाम तक बॉर्डर शील रहेगा। वही एसपी के निर्देश पर बॉर्डर व बॉर्डर से जुड़े सीमा पर सघन जांच अभियान भी चलाया जा रहा है। यह व्यवस्था 8 नवंबर की सुबह से लागू हो गई है और 11 नवंबर की शाम 6 बजे तक प्रभावी रहेगी। इसके बाद मतदान समाप्ति के साथ ही सीमा को फिर से खोल दिया जाएगा। 

डीएम सौरभ जोरवाल व एसपी स्वर्ण प्रभात के आदेश पर सीमा क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि या संदिग्ध आवागमन पर पूर्ण रोक रहेगी। सीमा पर भारत-नेपाल मैत्री पुल सहित सभी प्रवेश द्वार—सहदेवा, महदेवा, मुशहरवा, पनटोका, सीवान टोला आदि चौकियों को सील कर दिया गया है। इस दौरान केवल आपातकालीन सेवाओं, जैसे एम्बुलेंस को ही आवाजाही की अनुमति दी जाएगी। वहीं नेपाल से आने वाले भारतीय नागरिकों को पहचान पत्र दिखाने पर भारत में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। एसएसबी 47वीं बटालियन के कमांडेंट संजय पांडेय ने बताया कि चुनाव के दौरान किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोकने के लिए सीमा पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है। 

एसएसबी, पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीमों को सीमावर्ती इलाकों में गश्त पर लगाया गया है ताकि कोई भी अवैध या असामाजिक तत्व चुनाव प्रक्रिया में बाधा न डाल सके। प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों से अपील की है कि वे चुनाव अवधि के दौरान लागू दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। यह कदम प्रदेश में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।

मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट