Bihar News: विधायक ने सदर अस्पताल का किया औचक निरीक्षण, मरीजों की ज़ुबान से परखी गई इलाज की हकीकत
Bihar News: विधायक ने सदर अस्पताल पहुंचकर प्रशासनिक और स्वास्थ्य महकमे में हलचल मचा दी।...
Bihar News: विधायक ने सदर अस्पताल पहुंचकर प्रशासनिक और स्वास्थ्य महकमे में हलचल मचा दी। बिना किसी पूर्व सूचना के हुए इस दौरे को जनप्रतिनिधि की सक्रियता और जवाबदेही के संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। उस वक्त मुंगेर सदर अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. निरंजन कुमार इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर मौजूद थे, जबकि सूचना मिलते ही अस्पताल प्रबंधक तौसिफ हसनैन भी मौके पर पहुंच गए।
विधायक ने तीन मंजिला मॉडल सदर अस्पताल के सभी इंडोर वार्डों का गहन निरीक्षण किया। इमरजेंसी वार्ड से लेकर आईसीयू, प्रसव वार्ड, पुरुष और महिला मेडिकल व सर्जिकल वार्ड तक उन्होंने खुद जाकर हालात देखे। निरीक्षण के दौरान कुमार प्रणय ने भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से सीधे संवाद किया और इलाज की गुणवत्ता, डॉक्टरों की नियमित राउंडिंग तथा भोजन व्यवस्था की जानकारी ली।
मरीजों की ज़ुबान से जो तस्वीर सामने आई, वह प्रशासन के लिए सुकून देने वाली रही। अधिकतर मरीजों ने बताया कि डॉक्टर नियमित रूप से वार्ड में आकर जांच करते हैं और भोजन भी समय पर मिल रहा है। आईसीयू में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों ने भी इलाज और खानपान की व्यवस्था पर संतोष जताया।
हालांकि निरीक्षण के दौरान एक शिकायत भी सामने आई। महिला मेडिकल वार्ड में भर्ती एक गंभीर मरीज के परिजन ने विधायक से कहा कि मरीज की हालत नाजुक होने के बावजूद उसे आईसीयू में शिफ्ट नहीं किया जा रहा। इस पर विधायक ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए परिजन को आश्वासन दिया कि डॉक्टरों द्वारा आवश्यक समझे जाने पर मरीज को आईसीयू में भर्ती कराया जाएगा। वहीं प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. निरंजन कुमार ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि आईसीयू में बेड उपलब्ध होने और मरीज की हालत आईसीयू योग्य होने पर ही शिफ्टिंग संभव है।
विधायक की मौजूदगी का असर अस्पताल परिसर में साफ दिखा। सफाईकर्मी सक्रिय नजर आए और रविवार जैसे अवकाश के दिन भी सभी वार्डों में नर्सिंग स्टाफ की उपस्थिति पाई गई। इसे लेकर मरीजों और परिजनों में भी संतोष देखा गया।
अस्पताल भ्रमण के बाद विधायक कुमार प्रणय ने प्रभारी उपाधीक्षक और अस्पताल प्रबंधक के साथ बैठक की। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने पर चर्चा हुई। उपाधीक्षक ने जीएनएम नर्सों और विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी का मुद्दा उठाया और कहा कि यदि पर्याप्त स्टाफ की बहाली हो जाए तो मरीजों को और बेहतर सुविधाएं दी जा सकती हैं।
कुल मिलाकर, सदर अस्पताल में विधायक का यह औचक निरीक्षण सिर्फ औपचारिक दौरा नहीं, बल्कि यह संकेत भी है कि स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर अब जनप्रतिनिधि ज़मीन पर उतरकर जवाबदेही तय करने के मूड में हैं।
रिपोर्ट- मो, इम्तियाज खान