Bihar News : मुजफ्फरपुर में व्यवसायी हत्याकांड के चार माह बाद भी नहीं हुई आरोपियों की गिरफ़्तारी, परिजनों ने एसएसपी से लगाई गुहार
MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर जिले में एक व्यवसायी हत्याकांड के मुख्य आरोपियों की चार महीने बाद भी गिरफ्तारी न होने से निराश पीड़ित परिवार ने आज जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक (SSP) सुशील कुमार से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। यह घटना पुलिस कार्रवाई की गति और प्राथमिकता पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
मझौलिया चौक हत्याकांड और घटनाक्रम
यह पूरा मामला मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत मझौलिया चौक का है। यहाँ 23 जुलाई 2025 की शाम को कबाड़ व्यवसायी मोहम्मद गुलाब की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के तुरंत बाद, स्थानीय लोगों और परिजनों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने NH-28 को जाम कर दिया और आक्रोश में आकर आरोपी के घर पर आगजनी भी की। मामले की गंभीरता को देखते हुए कई थानों की पुलिस के साथ जिले के वरीय अधिकारी मौके पर पहुँचे थे और उन्होंने 24 घंटे के भीतर आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था, जिसके बाद लोग शांत हुए थे। मृतक की पत्नी ईशा खातून के आवेदन पर सदर थाना में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई थी।
एफआईआर में नामजद आरोपी और पत्नी का बयान
मृतक व्यवसायी मोहम्मद गुलाब की पत्नी ईशा खातून ने सदर थाने को दिए अपने आवेदन में चौंकाने वाले खुलासे किए थे। उन्होंने बताया कि 23 जुलाई 2025 की शाम उनके पति अपनी कबाड़ दुकान बंद कर घर आने की तैयारी कर रहे थे। तभी मोहम्मद तुफैल, मोहम्मद कपिल और मोहम्मद कातिल उनके पति से बात करने लगे। जैसे ही मोहम्मद गुलाब बाइक पर बैठने लगे, मोहम्मद तुफैल ने पिस्तौल से उन पर गोली चला दी। गोली लगने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई। गोलीबारी के दौरान मोहम्मद अकिल मियां, मोहम्मद छोटू और मोहम्मद शाहनवाज समेत चार-पाँच अज्ञात लोग मौके से फरार हो गए।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप और न्याय की गुहार
हत्याकांड को चार महीने बीत चुके हैं, लेकिन दर्ज छह नामजद आरोपियों में से केवल दो ने ही कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है। घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी सहित चार अन्य आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। पीड़ित परिवार का आरोप है कि जब वे कार्रवाई के लिए थाने जाते हैं, तो पुलिसकर्मी उन्हें डांट-फटकार कर भगा देते हैं और कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता। इस निराशा के बाद, ईशा खातून और उनके परिवार ने आज न्याय की आखिरी उम्मीद के साथ जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार से मुलाकात की और अपनी पीड़ा बताई।
वरीय अधिकारी के हस्तक्षेप का इंतजार
वरीय पुलिस अधीक्षक से मुलाकात के बाद पीड़ित परिवार को उम्मीद बंधी है कि अब उनके पति के हत्यारों पर ठोस कार्रवाई होगी। पुलिस अधीक्षक ने परिवार को उचित न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। अब देखना यह होगा कि वरीय अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद लंबित पड़े इस महत्वपूर्ण मामले में पुलिस कब और कितने दिनों में फरार मुख्य आरोपी सहित अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर पीड़ित परिवार को न्याय दिला पाती है।
मणिभूषण की रिपोर्ट